अफगानिस्तान में बिगड़े हालात के बीच वहां पर मौजूद भारतीयों को निकालना इस वक्त की सबसे बड़ी चुनौती है. लेकिन तमाम मुश्किलों के बावजूद भारतीय राजदूत समेत 100 से अधिक लोगों को वायुसेना का विमान मंगलवार सुबह काबुल से लेकर रवाना हुआ, जो नई दिल्ली पहुंचने वाला है.
भारतीय अधिकारियों को निकालने का मिशन इतना आसान भी नहीं था, लेकिन राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल द्वारा अमेरिकी NSA जैक सुवेलियन के साथ की गई बातचीत ने इस रास्ते को आसान बना दिया.
सरकारी सूत्रों के मुताबिक, अजित डोभाल ने सोमवार शाम को अमेरिकी एनएसए के साथ लंबी बातचीत की और काबुल में आ रही दिक्कतों को लेकर चर्चा की. दोनों अधिकारियों की इस बातचीत के बाद काबुल एयरपोर्ट पर अमेरिकी सेना द्वारा बनाए गए सेफ ज़ोन में भारतीय अधिकारियों और अन्य लोगों को प्रवेश मिला.
सेफ ज़ोन में आने के बाद मंगलवार सुबह वायुसेना के विमान ने सभी को लेकर वहां से उड़ान भरी. अभी करीब 150 लोग भारत लाए जा रहे हैं, जिनमें से 120 मंगलवार को लाए गए और कुछ पहले ही आ चुके हैं.
दरअसल, काबुल एयरपोर्ट पर बीते दिन एकत्रित हुई हजारों की भीड़ के कारण वहां पर फ्लाइट का संचालन काफी मुश्किल से हो रहा था. इसी वजह से कुछ देर के लिए विमानों का संचालन रोक दिया गया था. ऐसे में अमेरिकी सेना ने वहां पर अपने नागरिकों के लिए सेफ ज़ोन बनाया.
जानकारी के मुताबिक, नेशनल सिक्युरिटी काउंसिल लगातार भारतीय नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकालने पर काम कर रही है. काबुल से नई दिल्ली के लिए स्पेशल फ्लाइट का प्रबंध किया जा रहा है, लगातार लोगों से संपर्क बनाया गया है. विदेश मंत्रालय द्वारा मदद के लिए नंबर और ई-मेल भी जारी किए गए हैं.