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ओबामा ने दी ट्रंप को नसीहत, प्रचार करना और काम करना अलग बात

अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति बराक ओबामा ने नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को ईरानी परमाणु समझौते एवं पेरिस जलवायु परिवर्तन समझौते जैसे अंतरराष्ट्रीय निर्णयों को रद्द करने के खिलाफ चेताया और कहा कि ऐतिहासिक समझौतों पर हस्ताक्षर करने में काफी मेहनत लगती है.

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बराक ओबामा
बराक ओबामा

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अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सोमवार को देश के सभी लोगों से नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को एक मौका देने के लिए कहा, इसके साथ ही ओबामा ने ट्रंप को कई नसीहतें भी दी. जानिए आखिर ओबामा ने अपने भाषण में क्या कहा -

1. टीम चुनना ट्रंप का अधिकार
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि सरकार चलाने के लिए अपनी टीम का गठन करने का अधिकार नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का है, उन्हें अपनी नीतियां तय करने का भी पूरा अधिकार है.

2. देश चलाना और प्रचार करना अलग
उन्होंने इसके साथ ही उम्मीद जताई कि नए राष्ट्रपति इस बात को समझेंगे कि चुनाव प्रचार करना और देश का शासन चलाना दोनों अलग अलग चीजें हैं. ओबामा बोले कि लोगों ने अपनी राय दे दी है, डोनाल्ड ट्रंप अगले राष्ट्रपति होंगे, अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति होंगे. जिन लोगों ने उन्हें वोट नहीं दिया है उन्हें इस बात को मानना होगा कि लोकतंत्र इसी प्रकार काम करता है, यह व्यवस्था इसी प्रकार काम करती है.

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3. मेरी बातों से भी लोग थे असहमत
70 वर्षीय ट्रंप द्वारा की गयी कुछ विवादास्पद नियुक्तियों के बारे में कल व्हाइट हाउस में संवाददाताओं के सवाल पर उन्होंने कहा, जब मैंने चुनाव जीता तो बहुत से लोग थे जो मुझे पसंद नहीं करते थे, मेरी बातों से सहमत नहीं थे. मैं समझता हूं कि जब भी इतने कड़वाहट भरे चुनाव के बाद आप दूसरी पार्टी के राष्ट्रपति को चुनते हैं तो लोगों को नयी सच्चाई से तालमेल बिठाने में कुछ समय लगता है.

4. जल्द होगा काम का एहसास
अमेरिका के अगले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रति विभिन्न मुद्दों को लेकर अपनी चिंताएं जाहिर करते हुए निवर्तमान राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा कि नवनिर्वाचित राष्ट्रपति को जल्द ही अहसास होगा कि अगर वह अपने स्वभाव की कुछ चीजें ठीक नहीं करते तो ये उनके लिए अच्छी नहीं रहेंगी.

5. काम पर रहेगी दुनिया की नजर
बराक ओबामा ने कहा, मुझे लगता है कि नवनिर्वाचित राष्ट्रपति यदि अपने स्वभाव की कुछ बातों को पहचानकर ठीक नहीं करते हैं, तो वे उनके लिए अच्छी साबित नहीं होंगी. ओबामा ने कहा, आप उम्मीदवार होने के दौरान कुछ गलत या विवादित बात कहते है तो इसका असर उस समय की तुलना में कम पड़ता है, जब आप अमेरिका के राष्ट्रपति होते हैं. दुनिया का हर व्यक्ति गौर कर रहा है, बाजार हिल जाते हैं.

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6. राष्ट्रीय सुरक्षा पर सटीकता जरूरी
राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों के लिए सटीकता का एक स्तर जरूरी होता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आप गलतियां नहीं कर रहे. मुझे लगता है कि वह इस बात को समझते हैं कि यह राष्ट्रपति बन जाना अलग है और अमेरिकी जनता भी ऐसा ही मानती है. चुनाव प्रचार के दौरान, यहां तक कि पिछले सोमवार को भी ओबामा ने कहा था कि 70 वर्षीय ट्रंप स्वभावगत तौर पर देश का राष्ट्रपति बनने के अयोग्य हैं.

7. गुआंतानामो आतंकवादी संगठन बंद ना करने का मलाल
निवर्तमान अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को इस बात का पछतावा है कि अपने आठ वर्ष के कार्यकाल के दौरान वह गुआंतानामो बे आतंकवादी हिरासत केंद्र को कांग्रेस द्वारा रूकावटें पैदा करने के कारण बंद नहीं कर सके. 55 वर्षीय ओबामा ने व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा गुआंतानामो के बारे में, यह सच है कि कांग्रेस द्वारा हमारे सामने रूकावटें पैदा करने के कारण मैं उसे बंद नहीं कर पाया. उन्होंने कहा यह भी सच है कि हमने वहां संख्या बहुत ही कम कर दी है. वहां मुश्किल से 100 से भी कम लोग हैं.

अगले दो माह में शायद कुछ अतिरिक्त स्थानांतरण भी किए जाएं. ओबामा ने कहा वहां बहुत ही खतरनाक लोगों का समूह है जिनके बारे में हमारे पास अमेरिका के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के दोषी होने का पुख्ता सबूत है. लेकिन सबूतों की प्रकृति के कारण, कुछ मामलों में सबूतों से समझौता हो रहा है तो उन्हें सामान्य अनुच्छेद तीन के तहत अदालत में पेश करना बहुत मुश्किल है. राष्ट्रपति ने कहा कि समूह हमेशा से अमेरिका के लिए बड़ी चुनौती रहा है.

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8. ईरान परमाणु समझौते पर चेताया
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति बराक ओबामा ने नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को ईरानी परमाणु समझौते एवं पेरिस जलवायु परिवर्तन समझौते जैसे अंतरराष्ट्रीय निर्णयों को रद्द करने के खिलाफ चेताया और कहा कि ऐतिहासिक समझौतों पर हस्ताक्षर करने में काफी मेहनत लगती है.

9. अंतरराष्ट्रीय समझौते है महत्वपूर्ण
55 वर्षीय ओबामा ने व्हाइट हाउस में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, यदि आपको वास्तव में उनकी जांच करने के बाद पता लगता है कि ये अंतरराष्ट्रीय समझौते हमारे लिए अच्छे हैं तो यह परंपरा है कि आप उन्हें अन्य प्रशासनों में आगे लेकर जाते हैं और अन्य देशों को ऐसे काम करने के लिए बाध्य बनाते हैं जिनसे आपकी मदद होती है. उन्होंने कहा कि ईरानी परमाणु समझौता इस शहर में हुई कुछ बयानबाजी, जो कि नवनिर्वाचित राष्ट्रपति के लिए नई बात नहीं है, और वास्तविकता के बीच अंतर का अच्छा उदाहरण है.

10. ईरान समझौते को लेकर गर्व
ओबामा ने कहा, मुझे लगता है कि ईरान समझौता होने से पहले इसके गुणदोषों के बारे में वास्तव में जोरदार बहस हुई. हमारे प्रशासन ने जिस प्रकार इसे तैयार किया, मैं वास्तव में उसे लेकर बहुत गौरवान्वित हूं. मुझे लगता है कि मामले के दोनों पक्षों में सद्भावना रखने वाले लोग थे. अंतत:, हम इसे समर्थन देने के लिए कांग्रेस के सदस्यों और लोगों, कम से कम पर्याप्य संख्या को राजी करने में सफल रहे.

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