अप्रैल 2014 में जब हम अपने यहां लोकतांत्रिक तरीके से नई सरकार चुनने के बेहद करीब होंगे, एक देश कानूनी रूप से लोगों को पत्थर से पीट-पीट कर मार रहा होगा.
तेल संपन्न इस्लामी देश ब्रुनेई में अगले साल अप्रैल से कठोर आपराधिक कानून 'शरिया' लागू हो जाएगा. यहां के सुल्तान हसन-अल बोल्कियाह ने मंगलवार को यह ऐलान किया. 67 वर्षीय बोल्कियाह दुनिया के कुछ सबसे अमीर लोगों में शुमार किए जाते हैं.
शरिया कानून लागू होने के बाद यहां यौन अपराध करने वालों की पत्थर से पीट-पीट कर हत्या कर दी जाएगी और शराब पीने वालों को कोड़े लगाए जाएंगे.
लोकतंत्र और मानवाधिकारों की मजबूती और विस्तार के समय में ब्रुनेई के इस कदम की आलोचनाओं का सिलसिला भी शुरू हो सकता है.
पीछे ले जा रहे हैं सुल्तान
सुल्तान बोल्कियाह अपनी नीतियों से पिछले कुछ सालों में ब्रुनेई को दकियानूसी विचारों की ओर ले जा रहे हैं. इस बीच उन्होंने राष्ट्रद्रोह के खिलाफ कड़े कानून बनाए हैं. यहां राजशाही व्यवस्था है और चुनाव भी नहीं होते. प्रधानमंत्री का पद भी सुल्तान के पास ही है.
शरिया संबंधी ऐलान करते हुए सुल्तान ने कहा, 'यह अल्लाह की मर्जी है. उन्होंने हमारे लिए कानून बनाए हैं ताकि हम उनके इस्तेमाल से इंसाफ पा सकें.'
नए कानून के मुताबिक कई अपराधों पर सबूतों का भारी बोझ होगा और सजा काफी हद तक शरिया जजों के विवेक पर निर्भर करेगी. अदालत चाहे तो चोरी के लिए किसी के हाथ-पैर काटे जाने की सजा भी सुना सकती है.
दूसरे धर्मों के प्रचार की है मनाही
ब्रुनेई छोटा सा राज्य है, जिसकी प्रति व्यक्ति आय दक्षिण-पूर्वी एशिया में सिंगापुर के बाद सबसे ज्यादा है. यहां की जनंख्या 4 लाख से थोड़ी ही ज्यादा है. यहां लंबे समय से शरिया पीनल को़ड लाने की तैयारी चल रही थी. सुल्तान काफी पहले से शरिया के पक्ष में बयान देते रहे हैं.
यहां पहले से ही पड़ोसी देशों मलेशिया और इंडोनेशिया के मुकाबले इस्लामी शिक्षा कड़ाई से दी जाती है. शराब की बिक्री और दूसरे धर्मों के प्रचार पर पूरी तरह प्रतिबंध है.
निवेशकों को रिझाना नहीं भूले
सुल्तान ने कहा कि इस कानूनी बदलाव का असर उसके बाकी नीतियों पर नहीं पड़ेगा. माना जा रहा है कि यह कहकर सुल्तान ने विदेशी निवेशकों को सकारात्मक संकेत दिए हैं.
करीब दो दशकों में यहां का तेल खजाना खत्म हो जाएगा, इसलिए सरकार टूरिज्म और हलाल प्रॉडक्ट जैसे क्षेत्रों के विकास को बढ़ावा देना चाहती है.