रूस में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन का संक्रमण रविवार को अपने सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया. दरअसल, लगातार तीसरे दिन इसके रिकॉर्ड तोड़ मामले आए हैं. राष्ट्रीय कोरोना वायरस टास्क फोर्स ने 24 घंटे में 63,205 नए संक्रमणों की सूचना दी है. शुक्रवार के बाद से संक्रमण में 25% से अधिक की वृद्धि हुई है. इस दौरान टास्क फोर्स ने 679 मौतों की सूचना दी.
देश के 89 क्षेत्रों में से 64 में ओमिक्रॉन वैरिएंट का पता चला है. उप प्रधानमंत्री तात्याना गोलिकोवा का कहना है कि अधिकारियों को उम्मीद है कि यह अब प्रमुख वैरिएंट बन जाएगा. रूस के 146 मिलियन लोगों में से लगभग आधे लोगों को टीका पूरी तरह लगाया जा चुका है. रूस दुनिया में सबसे पहले COVID-19 वैक्सीन को मंजूरी देने और रोल आउट करने वालों में से था. रूस में, छह महीने से अधिक समय पहले अपना पहला टीकाकरण प्राप्त करने वाले सभी लोग जुलाई से बूस्टर शॉट के लिए एलिजिबल हैं.
टीकाकरण पर नज़र रखने वाली एक स्वतंत्र वेबसाइट Gogov.ru का अनुमान है कि यहां 8.8 मिलियन लोगों को बूस्टर शॉट भी मिल चुका है. फिर भी, रूस में 10 जनवरी से डेली केस लगातार बढ़ रहे हैं. रूस की राज्य कोरोना वायरस टास्क फोर्स ने महामारी की शुरुआत के बाद से 326,112 मौतें दर्ज की हैं. यूरोप में मौतों का ये सबसे खतरनाक आंकड़ा है. रूस की राज्य सांख्यिकी एजेंसी, जो व्यापक गिनती मानदंड का उपयोग करती है, उसके अनुसार महामारी से मरने वालों की संख्या और भी अधिक है. एजेंसी का कहना है कि अप्रैल 2020 और अक्टूबर 2021 के बीच वायरस से जुड़ी मौतों की संख्या 625,000 से अधिक थी.
रूस के अधिकारी मानते हैं कि मौजूदा उछाल देश में अब तक का सबसे बड़ा उछाल हो सकता है, लेकिन अभी तक इसे रोकने के लिए किसी बड़े प्रतिबंध की घोषणा नहीं की गई है. रूस ने COVID-19 से संक्रमित लोगों के लिए आवश्यक क्वारंटाइन अवधि को भी 14 से घटाकर सात दिन कर दिया है, हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि यह कब प्रभावी होगा.