अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने कार्यकाल के पहले ही दिन ट्रांस पैसिफिक पार्टनरशिप से अमेरिका का नाम वापिस लेने का संकल्प लिया है, इस समझौते को उन्होंने देश के लिए संभावित आपदा करार दिया है.
अमेरिका का राष्ट्रपति चुने जाने के बाद अपने पहले वीडियो संदेश में ट्रंप ने उन ठोस कदमों को रेखांकित किया जो वह नुकसान पहुंचाने वाली चीजों को वाशिंगटन डीसी से दूर करने और व्यापार, उर्जा, विनियमन, राष्ट्रीय सुरक्षा, आव्रजन और नैतिकता में सुधार के मामलों पर ध्यान केंद्रित कर अमेरिका को पहले रखने के लिए उठाएंगे.
अमेरिका को पहले रखना को लक्ष्य
ट्रंप ने कहा, 'मेरा एजेंडा सरल मूल सिद्धांतों पर केंद्रित होगा और वह है अमेरिका को पहले रखना, भले ही वह इस्पात पैदा करने, कार निर्माण या बीमारियों का उपचार करने की बात हो, मैं चाहता हूं कि अगली पीढ़ी जो उत्पादन एवं नवोन्मेष करें, वह यहां हमारे महान देश अमेरिका में हो जिससे अमेरिकी कर्मियों के लिए धन एवं नौकरियां पैदा हों.'
उन्होंने उनकी ओर से उठाए जाने वाले कुछ अहम कदमों का जिक्र करते हुए कहा, 'इस योजना के तहत मैंने अपने सत्ता हस्तांतरण दल से कार्यकारी कदमों की एक सूची तैयार करने को कहा है जो हम हमारी नौकरियां वापस लाने और हमारे कानूनों की पुन: स्थापना के पहले दिन उठा सकते हैं, यह समय की बात है.'
नौकरियां वापिस लाने के लिए होंगे फैसले
ट्रंप ने कहा, 'व्यापार के मामले में, मैं हमारे देश के लिए एक संभावित आपदा ट्रांस पैसिफिक पार्टनरशिप से देश का नाम वापस लेने की इच्छा संबंधी हमारी अधिसूचना जारी करूंगा, इसके बजाए हम अमेरिका में नौकरियां एवं उद्योग वापस लाने वाले निष्पक्ष, द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर बातचीत करेंगे.' उन्होंने कहा कि ऊर्जा के संबंध में वह अमेरिकी उर्जा के उत्पादन पर लगाई गई नौकरियां समाप्त करने वाली प्रतिबद्धताएं रद्द करेंगे.
ट्रंप ने कहा, 'आव्रजन के मामले में, मैं श्रम विभाग को वीजा कार्यक्रमों के सभी प्रकार के दुरुपयोगों की जांच करने का आदेश दूंगा जिनके कारण अमेरिकी कर्मियों को नुकसान हो रहा है'.