अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत को घेरने की कोशिश कर रहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अपने ही देश में राजनीति का शिकार होते नजर आ रहे हैं. पाकिस्तान की 3 बड़ी राजनैतिक पार्टियों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. विपक्षी दल इमरान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी कर रहे हैं. पिछले कुछ दिनों से चल रही इस उठापटक के बीच विपक्ष ने इमरान को नई धमकी दी है.
पाकिस्तान के विपक्ष ने धमकी दी है कि अगर सोमवार (कल) को संसद के सत्र में लोकसभा अध्यक्ष अध्यक्ष अविश्वास प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करते हैं तो 22 और 23 मार्च को होने वाली इस्लामी सहयोग संगठन (Organisation of Islamic Cooperation) की बैठक में रुकावट पैदा की जाएगी. विपक्ष के नेताओं ने इसके साथ ही धरना-प्रदर्शन करने की भी चेतावनी दी है.
अविश्वास प्रस्ताव के साथ सत्र शुरू करने की मांग
शनिवार को पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के अध्यक्ष शहबाज शरीफ, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के सह अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी और जमीयत उलेमा-ए-फज्ल के अध्यक्ष मौलाना फजलुर रहमान ने OIC की काफ्रेंस रोकने की धमकी दी है. उन्होंने कहा कि सोमवार को लोकसभा का सत्र शुरू हो रहा है. विपक्ष का कहना है कि इस बार के सत्र की शुरुआत अविश्वास प्रस्ताव के साथ ही होनी चाहिए.
स्टेटमेंट जारी कर कहा- OIC को खिलाफ नहीं, लेकिन...
तीनों ही विपक्षी पार्टियों ने जॉइंट स्टेटमेंट जारी कर संसद अध्यक्ष असद कैसर से PTI के कार्यकर्ता की तरह बर्ताव ना करने के लिए कहा. उन्होंने कहा कि अगर स्पीकर ने अपने अलोकतांत्रिक व्यवहार को नहीं बदला, तो पूरे विपक्ष को अविश्वास प्रस्ताव के लिए मनाया जा सकता है. उन्होंने आगे कहा कि हम चाहते हैं कि OIC की कांफ्रेंस ठीक तरह से चलती रहनी चाहिए, लेकिन ऐसा लगता है कि सरकार यह नहीं चाहती.
इमरान के पास बहुमत नहीं, सरकार जाना तय- बिलावल
इमरान के खिलाफ माहौल बना रहे बिलावल अली भुट्टो के मुताबिक सरकार नहीं चाहती कि ये विवाद शांति से हल हो जाए. बिलावल ने कहा कि इमरान खान ने अपनी हार देखने के बाद, अलोकतांत्रिक काम करना शुरू कर दिया है. मैं जनता को बधाई देता हूं क्योंकि इमरान खान बहुमत खो चुके हैं. उनका शासन खत्म हो गया है.
क्या कहता है पाकिस्तान का कानून?
बता दें कि इस बार इमरान खान की पार्टी के कई सांसदों ने भी अविश्वास प्रस्ताव में इमरान के खिलाफ वोट देने का निर्णय लिया है. पाकिस्तान के कानून मुताबिक अगर कोई सांसद अपनी पार्टी के खिलाफ संसद में वोट करता है तो वह अपनी सीट से हाथ धो सकता है. इमरान फिलहाल यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि इस बार यह नियम लागू होगा या नहीं.
इमरान को कितनी सीटें चाहिए?
पाकिस्तान के संसद में सरकार बनाने के लिए 172 सांसदों की जरूरत होती है. इमरान खान की पार्टी के पास 155 सीटें हैं. उन्होंने किसी तरह दूसरी पार्टियों से गठजोड़ कर सकरार बनाई थी. विपक्ष के संयुक्त होने के बाद उनके पास 163 सीटें हो गई हैं.