आतंकवाद का पर्याय बन चुके ओसामा बिन लादेन की मौत दुनिया की जरूरत थी तो अमेरिका के लिए एक जिद भी. पाकिस्तान के एबटाबाद में अमेरिकी विशेष बलों ने अलकायदा प्रमुख को मार गिराने के लिए रातों-रात ऑपरेशन को अंजाम दिया और मौत की पुष्टि के लिए उसके शव को करीब 136 किलो की जंजीर से बांधकर समुद्र में फेंक दिया.
ओसामा बिन लादेन की मौत के संबंध में इस नई जानकारी के मुताबिक, लादेन को पहले गोलियों से छलनी किया गया, फिर उसके शव को एक काले बैग में रखकर समुद्र में डुबाया गया. दिलचस्प यह है कि उस बैग के भीतर 300 पाउंड यानी करीब 136 किलो वजन की लोहे की जंजीरे भी रखी गईं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वह डूब जाए.
सीआईए के पूर्व निदेशक और पूर्व रक्षा मंत्री लियोन पेनेटा ने बताया कि दुनिया के सबसे वांछित आतंकी ओसामा को गोली मारे जाने के बाद तयशुदा तरीके से उसके शव को समुंदर में दफनाने के लिए विमानवाहक पोत यूएसएस कार्ल विंसल तक ले जाया गया. पेनेटा ने अपनी नई किताब 'वर्दी फाइट्स: ए मेमोइर ऑफ लीडरशिप इन वार एंड पीस' में लिखा है, 'बिन लादेन के शव को मुस्लिम रस्मों के मुताबिक दफनाने की तैयारी की गई. शव को सफेद चादर से ढका गया, अरबी में अंतिम प्रार्थना हुई और फिर काले रंग के भारी बक्से में रखा गया.'
उन्होंने लिखा है, 'इसके साथ ही तीन सौ पाउंड की लोहे की जंजीरों को उसके भीतर डाला गया जिससे सुनिश्चित हो सके कि शव डूब जाए.' जगह का उल्लेख किए बिना पेनेटा ने लिखा है, 'बैग में रखे शव को जहाज पर एक सफेद मेज रखा गया. इसके बाद शव को समुद्र में छोड़ दिया गया. यह बहुत भारी था. मेज भी गिर गई. जैसे ही शव डूबा मेज सतह पर आ गई.'