राष्ट्रपति बराक ओबामा ने हिंसक चरमपंथ से मुकाबला विषय पर व्हाइट हाउस में आयोजित एक शिखर सम्मेलन में कहा है कि अमेरिका और उसके सहयोगियों की लड़ाई इस्लाम से नहीं बल्कि उन लोगों के खिलाफ है जिन्होंने धर्म की गलत व्याख्या की है.
ओबामा ने कहा कि आईएसआईएल और अल कायदा जैसे समूह खुद को धर्म की हिफाजत करने वाले पवित्र योद्धा बताते हैं. वह धार्मिक नेता और इस्लाम की रक्षा करने वाले पवित्र योद्धाओं के रूप में दिखाने की कोशिश करते हैं. क्योंकि वे खुद को सही साबित करने की कोशिश करते हैं.
ओबामा ने कहा, इसीलिए आईएसआईएल स्वयं को इस्लामिक स्टेट कहता है और दुष्प्रचार करते हुए कहता है कि अमेरिका और पश्चिमी देशों की लड़ाई इस्लाम से है. इसी तरह वे लोगों को अपने संगठन में शामिल करते हैं और युवाओं को कट्टर बनाने की कोशिश करते हैं. उन्होंने कहा कि मुस्लिम समुदायों के बाहर के लोगों को आतंकवादियों की इस बात को खारिज करने की जरूरत है कि पश्चिम एवं इस्लाम या आधुनिक जीवन एवं इस्लाम आपस में विरोधी हैं.
-इनपुट भाषा