भारत की सरहद में चीनी सैनिकों की घुसपैठ के कई मामले सामने आ चुके हैं लेकिन चीन है कि मानता ही नहीं. चीनी विदेश मंत्रालय ने एक बार फिर कहा कि उसके सैनिकों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा कभी पार नहीं की.
विदेश मंत्री खुर्शीद जाएंगे चीन
चीनी घुसपैठ को लेकर जारी तनाव के बीच भारत के विदेश मंत्री अगले महीने चीन के दौरे पर जा रहे हैं. विदेश मंत्री ने कहा कि दोनों मुल्कों के बीच कोई कड़वाहट नहीं है. जो भी हल निकलेगा वो मिल बैठकर ही निकलेगा. आपसी बातचीत से निकलेगा. सलमान खुर्शीद 9 मई को चीन के दौरे पर जा रहे हैं. मई महीने में ही चीन के प्रधानमंत्री को भारत आना है.
तीसरी बार भी नहीं निकला बातचीत का नतीजा
उधर, तीसरी दफा दोनों देशों के बीच सेना स्तर की बातचीत हुई. लेकिन इस बार भी बातचीत का कोई नतीजा नहीं निकला. चीन इस बात पर अड़ा हुआ है कि उसने कोई घुसपैठ नहीं की. चीनी विदेश मंत्रालय ने भी फिर कहा कि उसके सैनिक वास्तविक नियंत्रण रेखा का सम्मान करते हैं. इस बीच भारतीय सेना प्रमुख जनरल विक्रम सिंह ने चीनी घुसपैठ के बारे में रक्षा मंत्री को पूरा ब्योरा दिया है.
अपने रुख पर कायम है चीन
चीन ने लद्दाख क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) का उल्लंघन नहीं करने के अपने रुख पर कायम रहते हुए कहा है कि उसने उकसाने वाला कोई कदम नहीं उठाया. इसके साथ ही उसने कहा कि इस घटना से द्विपक्षीय रिश्तों पर कोई असर नहीं होगा और सीमा पर शांति बाधित नहीं होगी क्योंकि दोनों देश मित्रवत ढंग से इस मुद्दे का समाधान करने का प्रयास कर रहे हैं.
चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनइंग ने चीनी सैनिकों की घुसपैठ के बारे में पूछे गए सवाल पर कहा, ‘मैं आपके इस आरोप से सहमत नहीं हूं कि चीनी पक्ष ने सीमा पर उकसाने वाली हरकत की है.’ उन्होंने कहा, ‘चीन के सैनिकों ने कभी भी एलएसी का उल्लंघन नहीं किया. चीन और भारत पड़ोसी हैं तथा सीमा का निर्धारण होना अभी बाकी है.’
हुआ ने कहा, ‘सीमावर्ती इलाकों में समस्याओं को दूर करना अपरिहार्य है. जब समस्या है तो इसका समाधान मौजूदा व्यवस्था और माध्यमों के तहत सद्भावपूर्ण ढंग से बातचीत के जरिए होना चाहिए.’ उन्होंने कहा, ‘हमारा मानना है कि इस मामले को संभाला जा सकता है और इसका सीमावर्ती इलाकों में शांति एवं स्थिरता तथा चीन एवं भारत के बीच संबंधों के सामान्य विकास पर कोई असर नहीं होगा.’
हुआ ने मीडिया से संयंम बरतने का आग्रह करते हुए कहा, ‘हमारा यह भी मानना है कि दोनों पक्षों को मित्रवत ढंग से इस मुद्दे का समाधान तलाशना जारी रखना चाहिए और इस मुद्दे का असर हम सीमा की शांति एवं सुरक्षा तथा चीन-भारत संबंधों के सामान्य विकास पर नहीं पड़ने देंगे.’
उन्होंने कहा, ‘हम उम्मीद करते हैं कि मीडिया संयंम बरते तथा ऐसी अनुकूल परिस्थितियां तैयार करे जिससे दोनों देशों के बीच मुद्दों का समाधान मित्रवत ढंग से हो सके.’ प्रवक्ता ने कहा कि चीन-भारत सीमा पर स्थिति शांतिपूर्ण और स्थिर है. उन्होंने कहा, ‘मैं आपको बताना चाहती हूं कि सीमा पर मौजूदा स्थिति शांतिपूर्ण और स्थिर है. दोनों देशों की इच्छा है कि विवाद का समाधान शांतिपूर्ण वार्ता और विचार-विमर्श के जरिए होना चाहिए.’
उन्होंने कहा, ‘बीते तीन दिनों से मैं चीन के विचार को रख रही हूं और अब फिर से दोहराना चाहती हूं कि चीनी सैनिकों ने दोनों देशों के बीच की संधि और प्रोटोकॉल का कड़ाई के साथ पालन करते हुए हमेशा कदम उठाया है.’ प्रवक्ता ने कहा कि चीन सीमावर्ती इलाकों में शांति एवं सुरक्षा तथा सीमा विवाद का समाधान बातचीत के जरिए निकालने को प्रतिबद्ध है.