इजरायल-हमास युद्ध के बीच मध्य-पूर्व में तनाव ने अहम मोड़ ले लिया है. मंगलवार देर दोपहर लेबनान की राजधानी बेरूत समेत कई जगहों पर संदेश पहुंचाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले पेजर में धमाके हुए जिसमें 10 साल की एक बच्ची समेत कम से कम 9 लोगों की मौत हो गई. अलग-अलग जगहों पर 5,000 पेजर फटे जिसमें 3,000 से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं. हमले में ईरान समर्थित समूह हिज्बुल्लाह के लड़ाके और लेबनान में ईरान के राजदूत भी घायल हुए हैं.
हिज्बुल्लाह के करीबी सूत्र ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया कि मृतकों में हिजबुल्लाह के सांसद अली अम्मार और हसन फदलल्लाह के बेटे भी शामिल हैं. हिजबुल्लाह के एक सूत्र ने बताया कि बेरूत के दक्षिणी कस्बों, दक्षिणी लेबनान और पूर्वी बेका घाटी में हिज्बुल्लाह के गढ़ में पेजर धमाके हुए जिसमें समूह के सैकड़ों लोग घायल हो गए.
इजरायल-हमास युद्ध शुरू होने के बाद इजरायल ने हिज्बुल्लाह के कई कमांडरों को निशाना बनाया है जिसे देखते हुए समूह ने संचार के लिए फोन का इस्तेमाल बंद कर दिया था. इजरायल के खुफिया तंत्र से बचने के लिए समूह ने अपने लड़ाकों को पेजर इस्तेमाल करने के लिए कहा था. पेजर से टेक्स्ट मैसेज भेजा और रिसीव किया जा सकता है. यह रेडियो फ्रीक्वेंसी पर काम करता है.
लेबनान में ब्लास्ट हुए पेजर ताइवान में बनाए गए थे. पेजर बनाने वाली ताइवानी कंपनी ने कहा है कि पेजर में लगे डिवाइस यूरोप में स्थित एक कंपनी ने बनाए थे.
हिज्बुल्लाह की इजरायल को धमकी
इन हमलों के लिए हिज्बुल्लाह ने इजरायल को जिम्मेदार बताया है और जवाबी हमले की धमकी दी है. लेबनानी समूह ने एक बयान में कहा, 'हम इस आपराधिक आक्रमण के लिए इजरायली दुश्मन को पूरी तरह से जिम्मेदार मानते हैं. इस पाप भरे आक्रमण के लिए निश्चित रूप से इजरायल को उचित सजा मिलेगी.'
नाम न बताने की शर्त पर हिजबुल्लाह के एक अधिकारी ने कहा कि यह घटना इजरायल के साथ लगभग एक साल के संघर्ष में समूह के लिए 'सबसे बड़ी सुरक्षा चूक' है.
हिज्बुल्लाह के एक वरिष्ठ अधिकारी हुसैन खलील ने कहा है कि यह हमला पूरे देश को निशाना बनाने जैसा है. खलील ने कहा, 'यह एक, दो या तीन लोगों को निशाना बनाने का मामला नहीं है. यह पूरे देश को निशाना बनाने का मामला है.'
लेबनान के सूचना मंत्री जियाद मकारी ने पेजर विस्फोटों की निंदा की. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार इजरायल की इस आक्रामकता की कड़ी निंदा करती है.
मध्य-पूर्व में बढ़ेगा तनाव, मंडरा रहा जंग का खतरा?
इजरायल ने अभी तक इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है लेकिन जिस तरीके से ये हमले हुए हैं, इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद इसमें माहिर है.
ब्रिटिश अखबार द गार्डियन के डिफेंस एंड सिक्योरिटी एडिटर Dan Sabbagh ने एक लेख लिखा है जिसमें वो कहते हैं कि 'हिज्बुल्लाह पर असाधारण, समन्वित हमला, जिसमें लेबनानी समूह के लोगों के द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले हजारों पेजर उड़ा दिए गए, निश्चित रूप से मोसाद का ऑपरेशन है.'
इजरायली खुफिया एजेंसी दशकों से हमास और हिज्बुल्लाह नेताओं को निशाना बनाती रही है. इजरायल-हमास युद्ध शुरू होने के बाद से हिज्बुल्लाह और इजरायल दोनों के बीच महीनों से हिंसक झड़प चल रही है. अगर हालिया हमले में इजरायल की संलिप्तता की पुष्टि हो जाती है तो मध्य-पूर्व में तनाव और बढ़ सकता है.
स्पाइज अगेंस्ट आर्मागेडन और इजरायली खुफिया जानकारी पर किताबें लिख चुके योसी मेलमैन का कहना है कि मोसाद हिजबुल्लाह के अंदर बार-बार घुसपैठ करने में सक्षम है. उन्होंने कहा कि इससे एक-दूसरे पर कभी-कभार हमले कर रहे इजरायल और हिज्बुल्लाह के बीच युद्ध छिड़ सकता है.
हालांकि, मेलमैन का ये भी कहना है कि हिज्बुल्लाह जवाब में छोटे-मोटे हमले भी कर सकता है.
रूस ने भी पेजर हमले को लेकर कहा है कि यह बड़े क्षेत्रीय संघर्ष का कारण बन सकता है. रूसी राष्ट्रपति भवन क्रेमलिन की तरफ से बुधवार को चेतावनी दी गई कि लेबनानी समूह हिजबुल्लाह और दूसरे लोगों पर विस्फोटक पेजर से किया गया हमला बड़े क्षेत्रीय संघर्ष का कारण बन सकता है.
हिज्बुल्लाह को इजरायल की चेतावनी हैं पेजर हमले
इससे पहले मंगलवार को इजरायल की घरेलू सुरक्षा सेवा शिन बेत ने कहा था कि हिज्बुल्लाह ने लेबनान से एक विस्फोटक उपकरण को दूर से विस्फोट करके एक पूर्व इजरायली सुरक्षा अधिकारी को मारने की योजना बनाई थी.
इस खबर के आने के बाद लेबनान में धमाके हुए जो हिज्बुल्लाह को एक गंभीर चेतावनी है. मध्य-पूर्व में चल रहे युद्ध को अब जल्द ही दो साल हो जाएंगे और हिज्बुल्लाह के साथ इजरायल का तनाव कभी इतना ज्यादा नहीं था.
अमेरिका क्या बोला
इजरायल के करीबी सहयोगी अमेरिका ने कहा कि वो लेबनान पेजर धमाकों में 'शामिल नहीं था' और उसे 'पहले से इसकी जानकारी नहीं थी'. अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने प्रेस से बात करते हुए कहा, 'मैं आपको बता सकता हूं कि अमेरिका इसमें शामिल नहीं था, अमेरिका को इस घटना के बारे में पहले से जानकारी नहीं थी और इस समय हम जानकारी जुटा रहे हैं.'
साथ ही अमेरिका ने इजरायल और लेबनान के बीच तनाव के कूटनीतिक समाधान के लिए फिर से आह्वान किया.
ईरान को अमेरिका की चेतावनी
अमेरिका ने ईरान को भी चेताया और कहा कि वो अस्थिरता बढ़ाने के लिए किसी भी घटना का फायदा न उठाए.
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा, 'हम ईरान से आग्रह करेंगे कि वो किसी भी घटना का फायदा उठाकर क्षेत्र में और अधिक अस्थिरता पैदा करने और तनाव बढ़ाने की कोशिश न करे.'
ईरान ने सहयोगी हिजबुल्लाह, यमन के हूती विद्रोहियों और इराक में सशस्त्र समूहों के साथ मिलकर इजरायल और अमेरिकी प्रभाव के खिलाफ "प्रतिरोध की धुरी" बनाई है जो पेजर हमले के बाद और अधिक सक्रिय हो सकता है.