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'पाकिस्तान बनता जा रहा है Banana Republic...' इमरान खान ने सरकार पर साधा निशाना

शहबाज सरकार के अधिकारियों ने रविवार को इमरान की पार्टी पीटीआई पार्टी की एक सीनेटर को गिरफ्तार कर लिया है. पीटीआई के सीनेटर आजम स्वाति पर आरोप है कि उन्होंने वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के खिलाफ अपमानजनक और धमकी भरी भाषा का इस्तेमाल किया. स्वाति की गिरफ्तारी पर पीटीआई प्रमुख इमरान खान ने कहा कि हम कितनी तेजी से एक बनाना रिपब्लिक की ओर बढ़ रहे हैं.

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पाकिस्तान की सियासत में इन दिनों सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. पूर्व पीएम इमरान खान मौजूदा शहबाज सरकार पर लगातार हमलावर हैं. इस बीच शहबाज सरकार के अधिकारियों ने रविवार को इमरान की पार्टी पीटीआई की एक सीनेटर को गिरफ्तार कर लिया है. पीटीआई के सीनेटर आजम स्वाति पर आरोप है कि उन्होंने वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के खिलाफ अपमानजनक और धमकी भरी भाषा का इस्तेमाल किया.

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एफआईए ने आजम स्वाति को सेना के नेताओं के खिलाफ ट्वीट करने के लिए दो महीने से भी कम समय में दूसरी बार हिरासत में लिया है. उसे पहले FIA ने अक्टूबर में गिरफ्तार किया था. इस्लामाबाद साइबर क्राइम रिपोर्टिंग सेंटर (CCRC) के तकनीकी सहायक अनीसुर रहमान के माध्यम से राज्य की शिकायत पर FIA द्वारा इलेक्ट्रॉनिक अपराध अधिनियम 2016 (Peca) की रोकथाम के तहत एक FIR दर्ज की गई थी.

इमरान खान ने बताया आजम स्वाति का दर्द

स्वाति की गिरफ्तारी पर पीटीआई प्रमुख इमरान खान ने ट्वीट किया, 'मैं इस बात से हैरान और चकित हूं कि हम कितनी तेजी से न केवल एक बनाना रिपब्लिक बल्कि एक फासीवादी राज्य की ओर बढ़ रहे हैं. कोई कैसे सीनेटर स्वाति के दर्द और पीड़ा को नहीं समझ सकता है, उन्हें हिरासत में यातना दी गई और उन्हें ब्लैकमेल करने वाले वीडियो उनके परिवार को भेजे गए?'

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ट्वीट के चलते हुए गिरफ्तारी

इमरान खान ने आगे लिखा, उनके साथ हुए अन्याय पर उनमें गुस्सा है. कई लोगों द्वारा की गई अपील के बावजूद एक पखवाड़े से ज्यादा समय तक सुप्रीम कोर्ट के दरवाजे उनके लिए बंद रहे. इसलिए उन्होंने ट्वीट किया और फिर से उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. इस राजकीय फासीवाद के खिलाफ सभी को आवाज उठानी होगी.

बताते चलें कि आजम स्वाति को पहले अक्टूबर में बाजवा के खिलाफ एक महत्वपूर्ण ट्वीट के बाद गिरफ्तार किया गया था और एक हफ्ते बाद जमानत पर रिहा कर दिया गया था. लेकिन उन्होंने आरोप लगाया कि नजरबंदी के दौरान आईएसआई के वरिष्ठ अधिकारी मेजर जनरल फैसल नसीर के इशारे पर उन्हें निर्वस्त्र किया गया और प्रताड़ित किया गया.

आजम स्वाति को किया गया ब्लैकमेल

रिहाई के कुछ दिनों बाद, उनकी पत्नी को एक वीडियो के जरिए ब्लैकमेल किया गया. जिसमें आजम स्वाति और उनकी पत्नी को आपत्तिजनक स्थिति में थे. वह एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में डिटेल शेयर करते हुए बच्चों की तरह रो पड़े थे.

खुद पर हुए हमले पर इमरान ने किया बड़ा खुलासा

इसके अलावा पाकिस्तान के अपदस्थ प्रधानमंत्री इमरान खान ने दावा किया है कि इस महीने की शुरुआत में पूर्वी शहर वजीराबाद में एक विरोध मार्च के दौरान उनकी हत्या के असफल प्रयास में तीन शूटर शामिल थे. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पार्टी के अध्यक्ष को पंजाब के वजीराबाद इलाके में 3 नवंबर को दाहिने पैर में गोली लगी थी. उस दौरान इमरान खान मध्यावधि चुनाव के लिए दबाव बनाने के लिए सरकार के खिलाफ मार्च निकाल रहे थे.

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गैरीसन शहर में शनिवार रात अपनी पार्टी की एक विशाल रैली को संबोधित करते हुए खान ने कहा कि जिन दो हमलावरों की पहले से पहचान की गई थी, वह उनपर और पीटीआई के अन्य नेताओं पर गोली चलाने वाले थे और दूसरे शूटर ने कंटेनर के मोर्चे पर गोलीबारी की. जबकि तीसरे हमलावर को पहले बंदूकधारी को खत्म करने का काम सौंपा गया था.

तीसरे शूटर को सौंपा गया था ये काम

70 वर्षीय इमरान खान ने दावा किया कि इस तीसरे शूटर ने संभावित हत्यारे को मारने की कोशिश की थी और हकीकत में ही एक व्यक्ति को मार डाला. हमले के एक दिन बाद लाहौर के शौकत खानम अस्पताल से राष्ट्र को संबोधित करते हुए खान ने कहा था कि दो निशानेबाजों ने उनके दाहिने पैर में चार गोलियां मारी थीं.

फिर हो सकता है इमरान पर हमला

उन्होंने कहा कि वह एक कंटेनर पर थे जब उन पर 'गोलियों की बौछार' हुई. फिर एक दूसरा धमाका हुआ, जिसमें दो लोग थे. खान ने हमले के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं को अपने पहले व्यक्तिगत संबोधन में यह भी आरोप लगाया कि 'तीन अपराधी' उनकी हत्या करना चाहते थे और वो फिर से उन्हें निशाना बनाने का इंतजार कर रहे हैं.

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इमरान ने पीएम शहबाज समेत इन लोगों पर लगाया आरोप

उन्होंने बार-बार आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, आंतरिक मंत्री राणा सनाउल्लाह और आईएसआई काउंटर इंटेलिजेंस विंग के प्रमुख मेजर-जनरल फैसल नसीर उन पर हमले के पीछे थे. साथ ही इमरान खान ने नए चुनावों की घोषणा होने तक अपना विरोध जारी रखने का ऐलान किया. बता दें कि अगस्त 2023 में वर्तमान नेशनल असेंबली का कार्यकाल समाप्त होने तक पाकिस्तान में चुनाव नहीं होने हैं. ऐसे में इमरान खान ने कहा, 'हकीकी आजादी का आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक वास्तविक आजादी हासिल नहीं हो जाती.'

अमेरिका पर लगाया था आरोप 

गौरतलब है कि अविश्वास मत हारने के बाद इमरान खान को अप्रैल में सत्ता से बेदखल कर दिया गया था. उस वक्त उन्होंने आरोप लगाया था कि रूस, चीन और अफगानिस्तान पर उनकी स्वतंत्र विदेश नीति के फैसलों के कारण उन्हें निशाना बनाया गया और यह अमेरिकी नेतृत्व वाली साजिश का हिस्सा था. अमेरिका ने आरोपों से इनकार किया है. बता दें कि वह संसद में अविश्वास मत से बाहर होने वाले एकमात्र पाकिस्तानी प्रधानमंत्री हैं. मौजूदा नेशनल असेंबली का कार्यकाल अगस्त 2023 में खत्म होना है.

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