पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी खर ने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पास दो भारतीय सैनिकों की हत्या के बाद भारत पर ‘युद्ध भड़काने’ का प्रयास करने का आरोप लगाया है.
खर ने कहा कि भारत से आने वाले बयानों को सुनकर वह ‘काफी निराश’ हैं जिससे ‘तनाव बढ़ रहा है.’ उन्होंने दावा किया कि उनकी सरकार युद्ध नहीं भड़काने की नीति पर कायम है.
उन्होंने कहा कि भारत, पाकिस्तान और दक्षिण एशियाई क्षेत्र दोनों देशों के बीच किसी संघर्ष का बोझ नहीं उठा सकते और वार्ता के दरवाजे को खुला रखना होगा. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार चाहती है कि वार्ता की प्रक्रिया ‘निर्बाध’ रहे.
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी देने के बाद पाकिस्तानी विदेश मंत्री की यह टिप्पणी सामने आई है. प्रधानमंत्री ने कहा कि नियंत्रण रेखा पर तनाव बढ़ने के बाद पड़ोसियों के बीच ‘संबंध यथावत’ नहीं रह सकते.
खर ने कहा, ‘आज हम क्या देख रहे हैं. हमने नियंत्रण रेखा पर तीन घटनाएं देखीं. हम युद्ध भड़कता देख रहे हैं जो हमें पिछले 60 वर्ष की याद दिलाता है. सीमा के दूसरी तरफ से युद्ध का संदेश आ रहा है और मेरा मानना है कि यह बीते वक्त की बात है, चीजें जिन्हें हम पीछे छोड़ आए हैं.’