पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने कराची आये हुर्रियत कांफ्रेंस के प्रतिनिधिमंडल से कहा कि उनका देश कश्मीर मुद्दे का स्थायी हल तलाशने के लिये भारत के साथ ‘सतत और परिणामोन्मुखी’ संवाद चाहता है जिससे क्षेत्र में शांति और स्थिरता आयेगी.
जरदारी ने हुर्रियत कांफ्रेंस के नेताओं के साथ कराची में मुलाकात के दौरान कहा, ‘पाकिस्तान का दृढ़ विश्वास है कि इसके लोगों की आकांक्षा के अनुरूप भारत के साथ एक सार्थक, सतत और परिणामोन्मुखी प्रक्रिया कश्मीर विवाद को स्थायी हल की ओर ले जा सकती है.’ जरदारी ने कहा कि क्षेत्र में शांति, विकास और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिये ‘पाकिस्तान और भारत के लिये यह महत्वपूर्ण है’ कि वे सभी लंबित मुद्दों का ‘मित्रवत और न्यायपूर्ण’ समाधान तलाश करें.
जरदारी यहां पर पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टों की पुण्यतिथि पर सत्तारूढ़ पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की तैयारियों का जायजा लेने के लिये डेरा डाले हुये हैं. मीरवाइज उमर फारूक के नेतृत्व वाले हूर्रियत प्रतिनिधिमंडल ने इस्लामाबाद में शीर्ष नेताओं से मुलाकात के बाद इस दक्षिणी बंदरगाह शहर की यात्रा की.
इस बैठक के दौरान जरदारी ने कश्मीरी लोगों के ‘वैधानिक अधिकार’ की मांग पर सभी राजनीतिक, नैतिक और कूटनीतिक समर्थन जारी रखने के पाकिस्तान के संकल्प पर जोर दिया. जरदारी ने सितंबर में संयुक्त राष्ट्र महासभा की न्यूयार्क में हुई बैठक के दौरान फारूक से अपनी मुलाकात को याद किया और हुर्रियत कांफ्रेंस के साथ पाकिस्तान के संवाद को एक सकारात्मक घटनाक्रम करार दिया.
उन्होंने विश्व समुदाय से अनुरोध किया कि वे ‘कश्मीरी लोगों की समस्याओं की तरफ अपना ध्यान केंद्रीत करे .’ इस बातचीत के दौरान जरदारी के बेटे बिलावल भुट्टो जरदारी भी मौजूद थे जो आगामी आम चुनाव में पीपीपी के चुनाव प्रचार की कमान संभाल सकते हैं.
इससे पहले कल देर रात हुर्रियत प्रतिनिधिमंडल ने विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार से मुलाकात की थी . इस बैठक में हिना ने प्रतिनिधिमंडल को पूरी मदद का आश्वासन दिया था.