पाकिस्तान के ननकाना साहिब में आतंकी खतरे के मद्देनजर पहली बार भारत-पाक दोस्ती बस सेवा को पाकिस्तान में घुसने से रोक दिया गया है. नई दिल्ली और लाहौर के बीच चलने वाली यह बस सेवा अब वाघा बॉर्डर तक ही जाएगी. पाकिस्तान पर्यटन विकास निगम (पीटीडीसी) ने कहा है कि बस सेवा अब वाघा बॉर्डर तक ही जारी रहेगी, जिसके बाद आगे पाकिस्तान की बसें यात्रियों को ले जाएंगी.
निगम ने बयान में कहा, 'पीडीटीसी ने पूरी सेवा और इसके परिचालन संबंधी कार्यालय को वाघा स्थानांतरित कर दिया है. नई दिल्ली और अमृतसर को जाने वाले यात्री अब वाघा से बस ले सकेंगे. इसी तरह जो लोग भारत से आ रहे हैं, उन्हें वाघा पर बस बदलनी होगी.' पीटीडीसी के मुताबिक, यह निर्णय बढ़ते आतंकी हमलों की आशंकाओं को ध्यान में रखते हुए किया गया है. हाल ही पेशावर में हुए तालिबानी हमले के बाद सरकार इस ओर पूरी सतर्कता बरत रही है.
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गौरतलब है कि इससे पहले वाघा से लेकर लाहौर के गुलबर्ग तक पुलिस की गाड़ी बस की सुरक्षा में तैनात रहती थी. इसी तरह गुलबर्ग से ननकाना साहिब और वाघा तक पुलिस की गाड़ी सुरक्षा करती थी. पीटीडीसी अधिकारियों ने कहा, 'हम मानते हैं कि यह यात्रियों के लिए यह परेशानी भरा होगा, लेकिन सुरक्षा के दृष्टिकोण से यह एक सही कदम है. संभव है कि सुरक्षा जायजा के बाद सरकार बाद में फिर से गुलबर्ग और ननकाना साहिब में बस टर्मिनल को चालू करने की अनुमति दे दे.'
भारत और पाकिस्तान के बीच दोस्ती बस सेवा की शुरुआत 16 मार्च 1999 को शुरू हुई थी.
-इनपुट PTI से