पाकिस्तान के प्रधानमंत्री राजा परवेज अशरफ ने दावा किया कि अनसुलझा कश्मीर मुद्दा ‘क्षेत्र और दुनिया की शांति के लिए खतरनाक है.’ अशरफ ने कश्मीर एकजुटता दिवस के अवसर पर आयोजित एक अनौपचारिक कार्यक्रम में यह बात कही.
पाकिस्ताव वर्ष 1990 से ही प्रत्येक वर्ष पांच फरवरी को कश्मीर एकजुटता दिवस मनाता है. उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से विवाद को सुलझाने में भूमिका निभाने को कहा है.
प्रधानमंत्री ने कहा है कि भारत कश्मीर मुद्दे को सुलझाने में ‘कट्टरता दिखा रहा है’ और ‘निर्दयी ताकत के साथ कश्मीर पर राज कर रहा है.’ अशरफ ने पाकिस्तान के रुख को दोहराया कि कश्मीर मुद्दे का समाधान संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव के आलोक में ही होना चाहिए और कहा कि कश्मीर के लोगों को आत्म-निर्णय का अधिकार देने का सबसे अच्छा तरीका जनमत संग्रह है.
पिछले कुछ सालों में पहली बार पाकिस्तान के किसी शीर्ष नेता ने जनमत संगह की बात दोहराई है. बहरहाल, विश्लेषकों का कहना है कि उनका यह बयान आने वाले आमचुनावों को ध्यान में रखते हुए भी दिया गया हो सकता है.
अशरफ ने यह भी दावा किया कि कश्मीर विवाद मानवाधिकार का मामला है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने हमेशा भारत के साथ बातचीत का समर्थन किया है और पड़ोसी देश के साथ बेहतर संबंध चाहता है.