पिछले महीने पाकिस्तान में जिस प्लेन क्रैश में 97 लोगों की जान चली गई थी. उस प्लेन क्रैश को लेकर एक नया खुलासा हुआ है. पाकिस्तान के उड्डयन मंत्री गुलाम सरवर खान ने संसद में बताया है कि प्लेन क्रैश होने की वजह कोरोना वायरस है. पाकिस्तानी उड्डयन मंत्री के मुताबिक अगर पायलट हवाई जहाज चलाते वक्त कोरोना वायरस के बारे में बातें न कर रहे होते तो फिर इतना बड़ा हादसा नहीं होता. उड्डयन मंत्री ने बताया कि पायलटों का ओवर कॉन्फिडेंस और हवाई जहाज से ध्यान हटाना 97 लोगों की मौत की वजह बना.
22 मई को कराची में हुआ था प्लेन हादसा
आपको बता दें कि कराची एयरपोर्ट के पास रिहायशी इलाके में 22 मई को एक प्लेन क्रैश हुआ था. ये प्लेन लाहौर से कराची 91 यात्रियों और 8 क्रू मेंबर को लेकर जा रहा था. लेकिन लैंडिंग से चंद मिनटों पहले ये जहाज मॉडल कॉलोनी इलाके में क्रैश हो गया. जिसमें 97 लोगों की मौत हुई. इसमें एक बच्ची भी शामिल थी.
इस हादसे में दो लोगों की बची थी जान
पाकिस्तानी उड्डयन मंत्री गुलाम सरवर खान ने संसद में अंतरिम जांच रिपोर्ट पेश करते हुए बताया कि पायलट और एटीसी दोनों ने ही प्रोटोकॉल को फॉलो नहीं किया. एक तरफ पायलट एयर ट्रैफिक कंट्रोलर्स और एटीसी के निर्देशों की अनदेखी करते रहे. तो वहीं दूसरी तरफ पायलटों को भी जहाज के इंजन के टकराने की सूचना नहीं दी गई.
पायलट की फैमिली में था कोरोना संक्रमण
उड्डयन मंत्री ये भी बताते हैं कि लाहौर से कराची तक की उड़ान के दौरान पायलट अपनी फैमिली में हुए कोरोना के बारे में बात करते रहे. यहां तक कि जब कंट्रोल टावर ने लैंडिंग से पहले पायलटों से प्लेन की हाइट बढ़ाने के लिए कहा तब भी अतिआत्मविश्वास की वजह से पायलट ने खुद से मैनेज करने की बात कही. उड्डयन मंत्री के मुताबिक इस प्लेन हादसे की जांच रिपोर्ट एक साल के अंदर पूरी कर लेंगे.