अमेरिका ने पाकिस्तान पर अब कड़ा रुख अपना लिया है. ऐसा लगता है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आतंकवाद का समर्थन करने के कारण पाकिस्तान को बख्शने के मूड में नहीं हैं. पहले अमेरिका ने पाकिस्तान को दी जाने वाली 255 मिलियन अमेरिकी डॉलर मदद पर रोक लगा दी, उसके बाद अब एक बार फिर उसे लताड़ लगाई है.
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की मानें, तो अमेरिका इससे आगे भी बड़ा एक्शन ले सकता है. इस महीने के अंत तक अमेरिका की तरफ से पाकिस्तान में एक स्पेशल टास्क फोर्स भेजी जा सकती है. इस टास्क फोर्स में कई इकॉनोमिक इंडस्ट्री के लोग शामिल होंगे, पाकिस्तान जाकर टीम देखेगी कि किस तरह पाकिस्तान जिहादी फंडिंग को रोकने के लिए काम कर रहा है. ये टीम पाकिस्तान जाकर स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान, देश के सेंट्रल बैंक आदि की गतिविधियों पर भी नजर रखेंगे.
सयुंक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत निकी हेली ने मंगलवार को कहा कि पाकिस्तान ने हमारे साथ डबल गेम खेला है, उन्होंने हमारे साथ काम भी किया और दूसरी तरफ अफगानिस्तान में हमारे सैनिकों को आतंकियों के हाथों मरवाया भी. पाकिस्तान का ये डबल गेम हमारे साथ नहीं चलेगा.
#WATCH: "The (U.S.) administration is withholding $255 million in assistance to Pakistan. There are clear reasons for this. Pakistan has played a double game for years" says Nikki Haley, U.S. Ambassador the United Nations pic.twitter.com/Odg6ikjXCL
— ANI (@ANI) January 3, 2018
निकी ने कहा कि हम पाकिस्तान से आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई की उम्मीद करते हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति पाकिस्तान को दी जाने वाली हर मदद पर रोक लगाने को तैयार हैं.
इससे पहले व्हाइट हाउस की तरफ से भी बयान जारी किया गया था कि हम पाकिस्तान से आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई की उम्मीद रखते हैं. व्हाइट हाउस ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति बनने से पहले ही आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई का वादा किया था, अब वो उसे ही पूरा कर रहे हैं. व्हाइट हाउस की प्रेस सेकेट्ररी साराह सेंडर्स ने कहा कि हमारा अगला एक्शन क्या होगा, ये आपको अगले 48 घंटों में दिखेगा.
....अब नहीं मिलेगी मदद
दरअसल ट्रंप के एक ट्वीट से पाकिस्तान में भूचाल आ गया. ट्रंप ने लिखा, 'आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई के नाम पर पाकिस्तान ने सिर्फ अमेरिका को अब तक मूर्ख बनाया है. उन्होंने कहा कि अमेरिका पिछले 15 सालों में पाकिस्तान को 33 अरब डॉलर से ज्यादा की सहायता दे चुका है, लेकिन उसने हमें झूठ और छल-कपट के अलावा कुछ नहीं दिया.