पाकिस्तान के सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा की ओर से हाल ही में पाकिस्तान के राजनीतिक दलों के साथ बैठक की गई थी. इस बैठक में पीओके के विवादित क्षेत्र गिलगित-बाल्टिस्तान को पाकिस्तानी क्षेत्र में शामिल करने के लिए पाकिस्तानी सेना ने योजना बताई. इस मुद्दे पर पाक सेना को राजनीतिक पार्टियों से समर्थन भी मिला है.
हालांकि गिलगित-बाल्टिस्तान के मुद्दे पर पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एन) में दरार देखी गई. पाक सेना को मरियम नवाज शरीफ ने दो टूक जवाब दिया है. नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज शरीफ ने कहा कि गिलगित-बाल्टिस्तान के मुद्दे पर संसद की ओर से फैसला लिया जाना चाहिए, जीएचक्यू में नहीं.
बता दें कि 16 सितंबर को पाकिस्तान की सेना के जरिए जीएचक्यू (पाकिस्तानी सेना का हेडक्वार्टर) में सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को बुलाया गया था. इसमें पीएमएल (एन) की तरफ से शहबाज शरीफ, ख्वाजा आसिफ और अहसान इकबाल शामिल हुए थे.
इसके अलावा पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) से बिलावल भुट्टो और शेरी रहमान शामिल हुए थे. वहीं जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (एफ) से मौलाना फजलुर रहमान के बेटे मौलाना असद रहमान शामिल हुए थे. राजनीतिक दलों का कहना था कि गिलगित-बाल्टिस्तान को पांचवा प्रांत बनाया जाना चाहिए लेकिन चुनाव के बाद.