पाकिस्तान में चीन के प्रोजेक्ट को निशाना बनाकर एक बार फिर हमला किया गया है. पाकिस्तान में चीन द्वारा संचालित सैंडक खनन प्रोजेक्ट से जुड़े सामान को ले जा रहे 29 वाहनों के काफिले पर हमला किया गया है.
यह हमला मंगोछर के कलात में हुआ, जिसे बलूच विद्रोहियों ने अंजाम दिया. बलूच विद्रोहियों ने IED का इस्तेमाल कर सबसे पहले 20 वाहनों के काफिले को निशाना बनाया. पाकिस्तानी सुरक्षाबल इस काफिले की सिक्योरिटी में लगे थे. आईईडी विस्फोट के बाद विद्रोहियों ने भारी गोलीबारी भी की.
इस हमले की सूचना मिलने पर मौके पर बड़ी संख्या में पाकिस्तानी सुरक्षाबल पहुंचे. शुरुआती रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस हमले में आठ सुरक्षाकर्मी घायल हो गए. कलात के डिप्टी कमिश्नर ने पुष्टि की कि इस काफिले में चीन का कोई भी नागरिक नहीं था.
पाकिस्तान में चीनी प्रोजेक्ट क्यों निशाने पर?
बलूचिस्तान पाकिस्तान का सबसे बड़ा खनिज पदार्थों वाला भंडार है. आरोप है कि चीन की कंपनियों ने खनन कर बलूचिस्तान में संसाधनों का दोहन कर रहा है. कहा जा रहा है कि चीन की कई कंपनियां 2002 से यहां खनिजों की माइनिंग कर रही है. चीन की कंपनियां इस मुनाफे का आधा हिस्सा यानी की 50 फीसदी खुद रखती है जबकि 48 फीसदी पाकिस्तान को देती है. इनमें से महज दो फीसदी बलूचिस्तान को मिलता है.
बता दें कि पाकिस्तान में चीन के नागरिकों पर पिछले कुछ सालों से हमले बढ़े हैं. पिछले साल 6 अक्टूबर को बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) के विद्रोहियों के आत्मघाती बम विस्फोट में दो चीनी नागरिक मारे गए थे, जिससे पाकिस्तान में चीन के नागरिकों की सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ गई थीं.
चीन की बढ़ती चिंताओं के जवाब में पाकिस्तान सरकार ने अपने सिक्योरिटी बजट में बढ़ोतरी की थी. पिछले साल अगस्त में पाकिस्तान ने अपने 2.1 ट्रिलियन के रक्षा बजट के तहत “ऑपरेशन आज़म-ए-इस्तेखाम” के लिए 60 अरब रुपये आवंटित किए थे.