अफगानिस्तान और ईरान बॉर्डर से सटे दक्षिण पश्चिम पाकिस्तान के बलूचिस्तान में बंदूकधारियों ने एक बस से 9 लोगों का अपहरण करने के बाद उनकी गोली मारकर हत्या कर दी. जानकारी के मुताबिक एक अलगाववादी समूह बलूच लिबरेशन आर्मी ने पाकिस्तान के साउथ वेस्ट में बलूचिस्तान प्रांत में हमले की जिम्मेदारी ली है.
रॉयटर्स के मुताबिक हमलावरों ने एक बयान में कहा कि मारे गए लोग ख़ुफ़िया कार्यकर्ता थे. साथ ही ये बात मानने से भी अस्वीकार किया कि सभी लोग ईरान मजदूरी के लिए जा रहे थे. वहीं, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने हत्याओं की निंदा की है.
पुलिस अधिकारी अब्दुल्ला मेंगल ने कहा कि कई बंदूकधारियों ने नोशकी जिले में ईरान जाने वाली बस को रोक लिया और 9 लोगों को अपने साथ ले गए. जब हमलावर बस में घुसे तो उन्होंने बस में बैठे लोगों के बारे में पूछा, जब उन्हें ये पता लगा कि सभी लोग पंजाब के पूर्वी प्रांत के रहने वाले हैं, तो हमलावर उन्हें अपने साथ ले गए. पुलिस के मुताबिक बस में सवार सभी लोग ताफ्तान जा रहे थे.
पुलिस के मुताबिक पीड़ितों को नजदीक से गोली मारी गई है. जिला उपायुक्त हबीबुल्लाह मुसाखाइल ने कहा कि गोलियों से छलनी शव डेढ़ घंटे बाद एक पुल के नीचे पाए गए.
हमलावरों ने पहले भी इस क्षेत्र में इसी तरह की हत्याओं की जिम्मेदारी ली है, जो पड़ोसी देश चीन द्वारा विकसित किए जा रहे गहरे पानी वाले ग्वादर समुद्री बंदरगाह का घर है. विद्रोहियों ने चीनी नागरिकों और उनके हितों को भी निशाना बनाया है. बीजिंग ने चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे के तहत अपनी 65 अरब डॉलर का क्षेत्रीय विकास परियोजनाओं में भारी निवेश किया है.
पिछले महीने बलूचिस्तान में ग्वादर बंदरगाह पर आतंकी हमला हुआ था. बंदूकों और विस्फोटकों से लैस अज्ञात हमलावर अचानक से पाकिस्तान में ग्वादर पोर्ट अथॉरिटी परिसर घुस गए और फिर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी थी. स्थानीय सुरक्षाकर्मियों ने इलाके की घेराबंदी कर जवाबी कार्यवाही करते हुए 8 सशस्त्र हमलावरों को मार गिराया था.