अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की लताड़ के बाद पाकिस्तान आनन-फानन में आतंकियों संगठनों पर शिकंजा कसने में जुट गया है. 26/11 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद पर शिकंजा कसते हुए पाकिस्तान ने जमात-उद-दावा पर विदेशी फंड लेने पर बैन लगा दिया है. इसके अलावा तीन और संगठनों पर भी कार्रवाई की गई है.
ट्रंप की धमकी से घुटने के बल आया पाकिस्तान
दरअसल सोमवार देर शाम डोनाल्ड ट्रंप ने दो टूक पाकिस्तान को कह दिया कि अब उसे आतंकवाद से लड़ने के लिए कोई अमेरिकी आर्थिक मदद नहीं मिलेगी. क्योंकि उनसे अब तक आतंकवाद के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाया है. यही नहीं, ट्रंप ने कहा कि पाकिस्तान अमेरिकी नेताओं को मूर्ख समझता है.
ट्रंप की इस सख्ती से पाकिस्तान परेशान हो गया, देर शाम पाक पीएम शाहिद खाकाना अब्बासी की अगुवाई में आपात बैठक हुई, जिसके बाद जमात-उद-दावा की विदेशी फंडिंग पर रोक लगाने का ऐलान कर दिया गया. इस वक्त पाकिस्तान बुरी तरह से घबराया हुआ है और अमेरिका को दिखाने आनन-फानन में हाफिज सईद के खिलाफ ये कार्रवाई कर दी है.
जमात-उद-दावा पर सरकारी कब्जे का ऐलान
इससे पहले सोमवार को दिन में अमेरिकी दबाव के बाद पाकिस्तान सरकार ने कहा कि वो हाफिज के संगठन जमात-उद-दावा और फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन को अपने नियंत्रण में लेने वाली है. पाकिस्तानी वित्त मंत्रालय ने कानून मंत्रालय और सभी पांच प्रांतों की सरकारों को इस बारे में विस्तृत योजना बनाने को कहा है.
पाक का 'हाफिज प्रेम' से अमेरिका खफा
अमेरिका ने जमात-उद-दावा को आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी फ्रंट घोषित किया हुआ है. इस संगठन पर भारत में 2008 में हुए मुंबई आतंकी हमले करने का आरोप है. इस हमले में 166 लोगों की मौत हुई थी. वहीं हाफिज सईद नजरबंदी से रिहा होने के बाद आम चुनावों में उतरने की तैयारी में है.
....अब नहीं मिलेगी मदद
दरअसल ट्रंप के एक ट्वीट से पाकिस्तान में भूचाल आ गया. ट्रंप ने लिखा, 'आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई के नाम पर पाकिस्तान ने सिर्फ अमेरिका को अब तक मूर्ख बनाया है. उन्होंने कहा कि अमेरिका पिछले 15 सालों में पाकिस्तान को 33 अरब डॉलर से ज्यादा की सहायता दे चुका है, लेकिन उसने हमें झूठ और छल-कपट के अलावा कुछ नहीं दिया.'
वहीं, इस बयान से तिलमिलाए पाकिस्तान ने अमेरिका को जवाब देने की बात कही है. ट्रंप के बयान के बाद पाकिस्तानी विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी से मुलाकात की. ख्वाजा आसिफ ने ट्वीट किया, ''हम अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ट्वीट का जल्द जवाब देंगे. इंशाल्लाह दुनिया को हकीकत का पता चल जाएगा.....तथ्य और काल्पनिक कहानी में अंतर होता है.''The United States has foolishly given Pakistan more than 33 billion dollars in aid over the last 15 years, and they have given us nothing but lies & deceit, thinking of our leaders as fools. They give safe haven to the terrorists we hunt in Afghanistan, with little help. No more!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) January 1, 2018
We will respond to President Trump's tweet shortly inshallah...Will let the world know the truth..difference between facts & fiction..
— Khawaja M. Asif (@KhawajaMAsif) January 1, 2018
पाकिस्तान की आतंक नीति को लेकर डोनाल्ड ट्रंप इतने चिढ़े हुए हैं कि उन्होंने आतंकवाद के खात्मे के लिए पाकिस्तान को दी जा रही मदद को मूर्खता बताया और भविष्य में इसको बंद करने की बात कही.