सरहद पार से एक ऐसी खबर आई है, जो भारत के लिए चिंता का सबब बन सकती है. बताया जाता है कि पड़ोसी पाकिस्तान एक नई न्यूक्लियर साइट बना रहा है. सैटेलाइट से प्राप्त तस्वीरों में इस बात का खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान एक यूरेनियम संवर्धन कॉम्प्लेक्स का निर्माण कर रहा है. इस साइट का निर्माण इस्लामाबाद से करीब 30 किलोमीटर दूर कठुआ में किया जा रहा है.
दुनियाभर के अधिकतर देश जहां परमाणु हथियार को लेकर काफी संजीदा हैं और एनएसजी जैसे समूह का गठन हुआ है, वहीं पाकिस्तान का यह कदम परमाणु हथियारों की होड़ को बढ़ावा देता है. यही नहीं, यह सीधे तौर पर न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप (NSG) के मूलभूत सिद्धांतों के खिलाफ है. जबकि पाकिस्तान इसका सदस्य बनने के लिए हर जरूरी कोशिश कर रहा है.
PAK के पास हैं 120 परमाणु हथियार
समझा जाता है पाकिस्तान के पास पहले से ही भारत, इजराइल और नॉर्थ कोरिया की तुलना में ज्यादा परमाणु हथियार हैं. अनुमान के मुताबिक, पाकिस्तान के पास 120 परमाणु हथियार हैं. यह विश्लेषण आईएचएस जेन के इंटेलिजेंस रिव्यू की तरफ से किया गया है. इसके लिए एयरबस डिफेंस और स्पेस सैटलाइट से 25 सितंबर 2015 और 18 अप्रैल 2016 को ली गई तस्वीरों का विश्लेषण किया गया. यह साउथ एशिया में पाकिस्तान की तेजी से बढ़ती परमाणु हथियार क्षमता का एक उदाहरण है.
बताया जाता है कि खान रिसर्च लेब्रोट्ररीज में स्थिति यह नया परिसर 1.2 हेक्टेयर में फैला हुआ है. रिपोर्ट में कहा गया है कि साइट की तस्वीरों के आधार पर यह न्यूक्लियर फ्यूल कंपनी URENCO द्वारा ऑपरेट किए जा रहे प्लांट्स के जैसे दिख रहे हैं. URENCO यूरोप में कई न्यूक्लियर प्लांट्स का संचालन करती है.