पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान आज अपने एटम बम का 15वां बर्थडे मना रहा है. इस सालाना उत्सव को 'यौम ए तकबीर' का नाम दिया गया है. 28 मई, 1998, यह दिन पाकिस्तान अपनी तारीख में खास मानता है, क्योंकि उसके मुताबिक इसी दिन दुनिया का पहला इस्लामिक बम तैयार हुआ.
इस दावे के पीछे का तर्क है, ऐसा पहला मुस्लिम देश होना, जिसने एटम बम का टेस्ट किया हो. हालांकि पाकिस्तान के टेस्ट के दावों पर उस वक्त के एक्सपर्ट ने कई सवाल उठाए थे. इस्लामिक बम के जनक माने जाने वाले न्यूक्लियर साइंटिस्ट कादिर खान को भी बाद में निर्वासन और जेल भुगतनी पड़ी थी.
गौरतलब है कि 1998 में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के कार्यकाल में भारत ने पोखरण में 11 और 13 मई को नए सिरे से एटम और हाइड्रोजन बम के टेस्ट किए थे. इसके जवाब में पाकिस्तान में सत्ता पर काबिज नवाज शरीफ की सरकार ने 28 मई 1998 को एटम बम का टेस्ट किया था.
इन टेस्ट के बाद इंडिया की तरह ही पाकिस्तान के ऊपर भी यूरोपीय देशों और अमेरिका ने कई प्रतिबंध लगाए थे. इसके कुछ महीनों बाद भारत और पाकिस्तान के बीच नए सिरे से शांति वार्ता शुरू हुई थी और फिर 1999 में वाजपेयी बस पर सवार होकर लाहौर गए थे.