आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कदम न उठाने पर आलोचना का शिकार बने पाकिस्तान ने भारत पर निशाना साधा है. पाकिस्तान ने कहा है कि भारत आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई में उसका ध्यान बंटा रहा है.
अमेरिका ने आतंकियों को पनाह उपलब्ध कराने को लेकर पाकिस्तान को अपने निशाने पर लिया था. इस मामले को लेकर अमेरिका ने पाकिस्तान को दी जाने वाली 255 मिलियन डॉलर की सैन्य मदद भी रोक दी थी.
अब पाकिस्तान ने अपनी आतंकवादरोधी गतिविधियों के बारे में विदेशी राजनयिकों को बताया है. पाकिस्तान के विदेशमंत्री, विदेश सचिव, सैन्य प्रमुख, सैन्य संचालन महानिदेशक (डीजीएमओ) और सैन्य मुखिया महानिदेशक (डीजीएमआई) ने अपने यहां मौजूद दूसरे देशों के राजदूतों और उनके स्थानीय मिशनों के प्रमुखों को अपनी आतंकवादरोधी कोशिशों के बारे में बताया.
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि विदेशी राजदूतों को आतंकवादरोधी प्रयासों और हिंसक चरमपंथ का मुकाबला करने में पाकिस्तान की 'उपलब्धियों और चुनौतियों' के बारे में बताया गया.
पाक विदेश मंत्रालय ने कहा, 'विस्तार से यह बात बताई गई कि कैसे भारतीय खुफिया एजेंसियां और उनकी कोशिशें पाकिस्तान का आतंकवादरोधी प्रयासों से ध्यान बंटा रही हैं. इसके साथ ही यह भी बताया गया कि कैसे रॉ-एनडीएस की मिलीभगत पाकिस्तान के अंदरूनी स्थायित्व को धता-बता रही हैं.'
पाकिस्तान का कहना है कि उसने विदेशी राजदूतों को अपने सैन्य अभियानों की सफलता के बारे में बताया जिनसे आतंकवाद का सफाया हुआ है. पाकिस्तानी विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि पाकिस्तान ने पिछले 16 सालों में आतंकवाद को मिटाने की सघन कोशिश की है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने पिछले चार साल के घटनाक्रम के बारे में बताने के लिए यह ब्रीफिंग आयोजित की थी.