कोरोना वायरस से बचने के लिए पाकिस्तान ने अब अफगानिस्तान बॉर्डर को भी सील करने का निर्णय लिया है. पाकिस्तान गृह मंत्रालय के मुताबिक दो मार्च से अगले एक सप्ताह के लिए 'चमन बॉर्डर' को बंद किया गया है. दरअसल अफगानिस्तान के हेरात प्रांत में कोरोना वायरस के तीन केस सामने आए हैं. जिसके बाद पाकिस्तान ने एहतियातन यह कदम उठाया है, जिससे कि कोरोना वायरस ना फैले.
आंतरिक मामलों के मंत्रालय ने बयान जारी कर बताया कि लोगों के हितों को देखते हुए दोनों देशों में कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए बलूचिस्तान के चमन में अंतरराष्ट्रीय सीमा दो मार्च से सात दिनों के लिए बंद रहेगी.
बयान में कहा गया है, 'इस अवधि में दोनों देशों के लोगों के स्वास्थ्य की सुरक्षा करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे.'
इससे पहले पाकिस्तान ने ताफ्तान-ईरान सीमा भी सील की थी. क्योंकि ईरान में कोरोना वायरस के कई मामले सामने आए थे. पाकिस्तान ईरान के साथ अपने रेल एवं सड़क संपर्क भी खत्म कर चुका है. चीन के बाहर ईरान में कोरोना वायरस से सबसे अधिक मौतें हुई हैं. यहां मरने वालों की संख्या 43 है, जबकि इससे संक्रमित लोगों की संख्या 593 हो चुकी है.
पाकिस्तान, ईरान से आने वाले लोगों की बॉर्डर पर स्क्रीनिंग कर रहा है. जरूरत पड़ने पर उन्हें वहीं पर अस्पताल में रखा जा रहा है. इसके लिए पाकिस्तान ने पहले ही अस्पताल में 100 बेड तैयार रखे हैं. जिससे कि संक्रमित लोगों को अलग रखकर उनका इलाज किया जा सके. अधिकारियों के मुताबिक, पिछले पांच दिनों में चमन बॉर्डर पर 10,000 लोगों की स्क्रीनिंग की गई है. अधिकारियों ने बताया कि हाल ही में ईरान से लौटे आठ हजार श्रद्धालुओं का पता लगाने की शुरुआत की गई है.
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अधिकारियों ने कराची समेत दक्षिणी सिंध प्रांत तथा दक्षिण पश्चिम बलूचिस्तान प्रांत के स्कूलों को बंद कर दिया गया है. 26 फरवरी को कराची में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया था. इसके कुछ ही देर बाद दूसरे मामले की पुष्टि हुई. ये दोनों ईरान से वापस लौटे हैं.