पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी और एक पूर्व मंत्री पर सात अरब रुपये के भ्रष्टाचार के मामले में पाकिस्तान की एक अदालत ने आज गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किए.
फेडरल जांच एजेंसी (एफआईए) को कथित तौर पर सबूत मिले थे कि गिलानी और उनकी सरकार में मंत्री रहे फहीम पाकिस्तान के व्यापार विकास प्राधिकार (टीडीएपी) के भ्रष्टाचार घोटाले में शामिल थे जिसके बाद कराची स्थित भ्रष्टाचार निरोधक अदालत ने वारंट जारी किए. एफआईए ने एक आरोपपत्र दाखिल किया जिसमें जज मोहम्मद अजीम को गैर-जमानती वारंट की मंजूरी के लिए सबूत दिये गए थे.
इससे पहले, अदालत ने दोनों को कानूनी नोटिस भेजे थे लेकिन किसी ने जवाब नहीं दिया था. गिलानी और फहीम पर टीडीएपी में सब्सिडी से जुड़े सात अरब रपये के घोटाले में शामिल होने के आरोप हैं.