मुंबई हमले का मास्टरमाइंड हाफिज सईद पिछले कुछ समय से राजनीतिक चोला पहनने की पुरजोर कोशिश में जुटा हुआ है, जिसको पाकिस्तान चुनाव आयोग ने एक बार फिर से तगड़ा झटका दिया है. बुधवार को पाकिस्तान चुनाव आयोग ने (ईसीपी) खूंखार आतंकी हाफिज सईद की मिल्ली मुस्लिम लीग (MML) को राजनीतिक दल के रूप में पंजीकृत करने संबंधी आवेदन को सिरे से खारिज कर दिया. हाफिज ने अपने संगठन जमात-उद-दावा का नाम बदलकर मिल्ली मुस्लिम लीग बनाई है.
पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने भी आतंकवादी संगठनों से उसके संबंध को लेकर आवेदन पर एतराज किया था. मिल्ली मुस्लिम लीग ने राजनीतिक दल के रूप में मान्यता के लिए चुनाव आयोग में पंजीकरण के वास्ते आवेदन किया था, ताकि वह चुनाव लड़ने के लिए इस मंच का इस्तेमाल कर सके. हालांकि पाकिस्तान चुनाव आयोग ने इस पर सुनवाई के बाद आवेदन को खारिज कर दिया और मिल्ली मुस्लिम लीग से गृह मंत्रालय से अनापत्ति हासिल करने को कहा.
गृह मंत्रालय ने एक पत्र लिखकर आयोग को मिल्ली मुस्लिम लीग का कुछ प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों के साथ रिश्ते के चलते पंजीकृत नहीं करने को कहा था. मुख्य चुनाव आयुक्त सरदार रजा खान ने कहा कि गृह मंत्रालय के पत्र में जिक्र है कि एमएमएल को कुछ प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों का समर्थन प्राप्त है. हाफिज सईद के जमात-उद-दावा को जून 2014 में ही अमेरिका ने विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित किया था.
MML अगस्त में बना था और उसी महीने उसने पंजीकरण के लिए चुनाव आयोग में अर्जी दी थी. आयोग ने इस पर गृह मंत्रालय की राय मांगी थी. इससे पहले पाकिस्तान चुनाव आयोग ने मिल्ली मुस्लिम लीग के लाहौर की NA-120 सीट से उपचुनाव लड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया था, जिसके बाद इसके उम्मीदवार को निर्दलीय चुनाव लड़ना पड़ा था. हालांकि चुनाव के दौरान इस पोस्टर और बैनर में आतंकी हाफिज सईद की तस्वीर का धड़ल्ले से इस्तेमाल हुआ था.