पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. दरअसल, पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने मंगलवार को फैसला सुनाया कि यह पाया गया है कि इमरान खान की पार्टी पीटीआई को प्रतिबंधित फंडिंग हुई है.
चुनाव आयोग ने अपने फैसले में कहा कि यह पाया गया है कि पूर्व सत्ताधारी पार्टी पीटीआई ने 34 विदेशी चंदे लिए हैं. ये चंदे अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और यूएई से लिए गए. इतना ही नहीं पीटीआई ने अमेरिकी उद्योगपति से भी फंड लिया. इतना ही नहीं दुबई में रहने वाले पाकिस्तानी उद्योगपति आरिफ नकवी से फंड मिला और 13 अकाउंट्स की जानकारी छिपाई.
EC के फैसले की बड़ी बातें
- पीटीआई को प्रतिबंधित सोर्स से पैसा मिला
- पीटीआई को 34 विदेशी नागरिकों से फंड मिला
- पीटीआई ने 8 खातों की जानकारी दी, जबकि 13 खातों को छिपाया गया.
- चुनाव आयोग ने इमरान की पार्टी को नोटिस जारी किया है. इसमें पूछा गया है कि उनका फंड क्यों न जब्त किया जाए.
- इमरान खान ने गलत नॉमिनेशन फॉर्म दाखिल किया
चुनाव आयोग ने अपने फैसले में कहा कि कुछ अज्ञात खाते भी सामने आए हैं. ये अकाउंट संविधान का उल्लंघन हैं. इतना ही नहीं यह भी पाया गया है कि पीटीआई चीफ इमरान खान ने गलत नॉमिनेशन फॉर्म दाखिल किया था. इस मामले में चुनाव आयोग ने पीटीआई को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है.
शुरुआत में इस केस को 'विदेशी फंडिंग' केस के तौर पर लिया गया था. लेकिन बाद में चुनाव आयोग ने पीटीआई की सिफारिश को मानते हुए इसे 'प्रतिबंधित चंदे' के तौर पर लिया.