पाकिस्तान के आम चुनाव में समर्थित उम्मीदवारों के सबसे ज्यादा सीटें जीतने के बाद भी इमरान खान की पार्टी पीटीआई सरकार नहीं बना सकी. शहबाज शरीफ देश के प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं और उन्हें बिलावल भुट्टो जरदारी ने समर्थन दिया है. इमरान खान खुद जेल में हैं और दर्जनों मामलों का सामने कर रहे हैं. उनकी पार्टी के चुनाव लड़ने पर रोक था और पार्टी नेताओं ने निर्दलीय चुनाव लड़ा था. सभी मामलों पर आजतक ने इमरान खान की बहन अलीमा खान से खास बातचीत की.
पाकिस्तान के चुनाव में धांधली पर इमरान खान की बहन अलीमा खानम ने कहा कि उन्होंने (पीएमएल-एन) ने लोगों का मैंडेट चुराया है. चुनाव में कई पीटीआई समर्थित उम्मीदवारों ने उन्हें जानबूझकर हराने का आरोप लगाया था. इसपर अलीमा खानम ने बताया कि वोटों का अंतर जब 80 हजार होगा तो इसकी भरपाई कैसे की जाएगी? 80 हजार बैलट लाकर बॉक्स में तो नहीं डाल सकते, इसलिए इसकी भरपाई के लिए संबंधित उम्मीदवार के फॉर्म में बदलाव कर दिए गए.
पाकिस्तान के चुनाव में कैसे हुई धांधली?
अलीमा खानम ने यह भी बताया कि आखिर चुनाव में धांधली कैसे हुई? उन्होंने बताया कि जीतने वाले उम्मीदवारों को फॉर्म 45 दिया जाता है, जिसमें कुल वोट काउंट और किसे, कितने वोट मिले इसकी जानकारी दी जाती है. वे (नवाज समर्थक) चुनाव अधिकारी से फॉर्म 45 ले गए और उसे आंकड़ों के साथ फॉर्म 47 से बदल दिया. दूसरे फॉर्म में अपने उम्मीदवार को जीतने योग्य वोट की भरपाई कर दी गई. इसके ठोस सबूत हैं.
अलीमा खानम के मुताबिक, चुनाव आयोग के फाइनल नतीजे में पीटीआई को 95 सीटें मिली हैं. पाकिस्तान में नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन, बिलावल भुट्टो जरदारी की पार्टी पीपीपी ने मिलकर सरकार बनाई है. इमरान की बहन ने कहा कि चुनाव में जितनी सीटें पीटीआई को मिली हैं अब वे (सत्ता पक्ष) उन सीटों को भी चुराना शुरू कर दिया है, क्योंकि उन्हें और भी सीटों की जरूरत है.
इमरान खान और बुशरा बीबी की चुनौतियां
यह पूछे जाने पर कि क्या इमरान खान को जेल से रिहाई मिलने की कोई संभावना है? और हाल ही में सात साल जेल की सजा सुनाए जाने के बाद बुशरा बीबी की आगे क्या चुनौतियां हैं? अलीमा खानम ने बताया कि बुशरा बीबी घर में कैद हैं. ऐसा सिर्फ इसलिए किया जा रहा है ताकि इमरान खान पर दबाव बनाया जा सके. उन्होंने बुशरा बीबी पर लगे आरोपों को हास्यास्पद करार दिया और कहा कि इसपर चर्चा करने का कोई मतलब ही नहीं है. यह पूछे जाने पर कि क्या इमरान खान के देश छोड़ने या किसी अन्य देश में शरण लेने को लेकर सेना से कोई डील हुई है? अलीमा खान ने कहा कि इसका सवाल ही नहीं है और हम इसपर बात क्यों कर रहे हैं.
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इमरान अमेरिका पर क्यों लगा रहे थे आरोप?
इमरान खान सत्ता से बेदखल किए जाने के बाद अमेरिका पर खासतौर पर हमलावर रहे. उन्होंने एक के बाद एक कई आरोप लगाए थे और दावे किए थे कि उन्हें सत्ता से बेदखल करने के पीछे अमेरिका की साजिश है. डिप्लोमेटिक बातचीत को लेकर इमरान खान पर साइफर केस भी चल रहा है जिसमें उन्हें 10 साल जेल की सजा भी सुनाई गई है. अलीमा खानम ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध के मुद्दे हिंदुस्तान और पाकिस्तान दोनों ने अपना रुख न्यूट्रल रखा. इमरान खान की बहन ने बताया कि अमेरिका पाकिस्तान में राजनयिक हस्तक्षेप कर रहा था. उन्होंने इस मामले पर भारत के मजबूत पक्ष को स्वीकार करते हुए कहा कि सच्चाई ये है कि अमेरिका ने पाकिस्तान सेना को संदेश भेजा.