पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक बार फिर देश के पूर्व सेनाध्यक्ष कमर जावेद बाजवा पर निशाना साधा है. उन्होंने बाजवा पर आरोप लगाया है कि वह दुश्मन से अधिक देश को नुकसान पहुंचा रहे हैं.
तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष इमरान खान ने लाहौर स्थित अपने आवास पर देश को संबोधित करते हुए कहा कि बाजवा ने उनकी पार्टी के सदस्यों को भी परेशान किया. खान ने कहा कि बाजवा ने पाकिस्तान की गठबंधन सरकार के सदस्यों विशेष रूप से शरीफ परिवार से जुड़े लोगों की जमकर तरफदारी की है.
शरीफ और जरदारी परिवारों को दिया एनआरओ
उन्होंने कहा, जनरल बाजवा ने पाकिस्तान के साथ जो किया है, वह दुश्मन भी नहीं कर सकता. जब मैं सत्ता में था, जनरल बाजवा मुझसे कहते थे कि चोरों (शरीफ और जरदारी परिवार) की जवाबदेही के बारे में भूल जाओ. पूरी दुनिया जानती है कि जनरल परवेज मुशर्रफ और फिर बाजवा ने पहला एनआरओ (अपराधों के लिए माफी) डील पीपीपी और पीएमएल-एन पार्टी के साथ की थी. एनआरओ यानी नेशनल रिकंसिलिएशन ऑर्डिनेंस 2007 में देश के तत्कालीन राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ लेकर आए थे, जिसके तहत पीपीपी के कई नेताओं को उनके अपराधों के लिए माफी दी गई थी. पीपीपी से जुड़े कई लोगों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे.
इससे पहले खान (70) बाजवा पर उनकी सरकार के खिलाफ डबल गेम खेलने का भी आरोप लगा चुके हैं. उन्होंने कहा था कि 2019 में बाजवा का कार्यकाल बढ़ाकर उन्होंने बहुत बड़ी गलती की थी.
उन्होंने कहा था कि जनरल बाजवा मुझसे जो भी कहते थे, मैं आंख मूंदकर उस पर यकीन कर लेता था क्योंकि हमारे हित एक जैसे ही थे. हमारा मकसद देश को बचाना था.
खान ने यह भी दावा किया था कि उन्हें खुफिया ब्यूरो (आईबी) से रिपोर्ट्स मिली थी कि उनकी सरकार के खिलाफ डबल गेम खेला जा रहा है. उन्होंने कहा कि मेरी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए उस समय सेना नवाज शरीफ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग के संपर्क में थी. ये लोग मिलकर षडयंत्र रच रहे थे. बता दें कि इमरान खान को इस साल अप्रैल में प्रधानमंत्री पद छोड़ना पड़ा था.