अफगानिस्तान में एक अमेरिकी ड्रोन हमले में अल-कायदा सरगना अयमान अल-जवाहिरी की मौत हो गई. अब इस पर पाकिस्तान में सियासत गरमा गई. पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार का दावा है कि इस हमले में उसके वायुक्षेत्र का इस्तेमाल नहीं हुआ है. वहीं विपक्ष इसे लेकर सवाल उठा रहा है. अब विपक्षी नेता फवाद चौधरी ने इस बारे में सरकार से साफ-साफ बयान देने के लिए कहा है.
इमरान खान सरकार में मंत्री रहे फवाद चौधरी का कहना है कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सरकार को इसे लेकर साफ-साफ बयान देना चाहिए. सरकार को बताना चाहिए कि अफगानिस्तान में किए गए ड्रोन हमले में पाकिस्तान के वायुक्षेत्र का इस्तेमाल हुआ या नहीं?
हालांकि पाकिस्तान सरकार ने इस मामले में आई रिपोर्ट का सिरे से खंडन किया है. सरकार ने 2 अगस्त को एक बयान जारी किया था. हालांकि उस बयान में ना तो अल-जवाहिरी का जिक्र था और ना ही पाकिस्तान के एयरस्पेस के इस्तेमाल को लेकर कोई बात की गई थी.
पाकिस्तान ने अपने बयान में कहा था कि वह अंतरराष्ट्रीय कानूनों और संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के साथ आतंकवाद के खिलाफ खड़ा है. शुक्रवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग में जब इसे लेकर सवाल किया गया, तब विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि सरकार इसे लेकर बयान (2 अगस्त) जारी कर चुकी है. सरकार इसी पर कायम है.
इसी के मद्देनजर फवाद चौधरी की ओर से पाकिस्तान के एयरस्पेस के इस्तेमाल को लेकर सरकार से साफ बयान की मांग की गई है.
आपको बताते चलें कि अमेरिका ने अफगानिस्तान में एक ड्रोन हमले में अल-जवाहिरी को मार गिराया था. अमेरिका ने 31 जुलाई को काबुल में ड्रोन से हमला किया था. इसमें अल-जवाहिरी के ठिकाने पर एक मिसाइल दागी गई. उस वक्त वह अपनी बालकनी में खड़ा था. अल-जवाहिरी भी लंबे समय से अमेरिका के राडार पर था. अमेरिका में 11 सितंबर 2001 को हुए आतंकी हमले में उसकी भूमिका रही थी.