पाकिस्तान संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) के पूर्व महानिदेशक बशीर मेनन ने उन दावों की पुष्टि की है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के कहने पर उन्हें वॉशरूम में बंद किया गया था. मेनन ने एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में हैकर के उस दावे की पुष्टि की है कि उन्हें इमरान खान के कहने पर पीएम हाउस के वॉशरूम में बंद किया गया था. दरअसल एक हैकर ने ट्वीट कर यह दावा किया था.
हैकर ने सिलसिलेवार ट्वीट कर मेनन और इमरान खान के बीच हुई बैठक की जानकारी शेयर की थी. हालांकि, उन्होंने बाद में उन ट्वीट को डिलीट कर दिया था.
मेनन ने हैकर्स के दावों की पुष्टि करते हुए कहा कि इमरान खान ने पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) की नेता मरियम नवाज के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था, जिसे लेकर मैंने आपत्ति जताई थी. मेनन का कहना है कि उन्होंने कड़े शब्दों में इमरान खान के समक्ष अपनी नाराजगी जाहिर की थी. लेकिन इसके बाद इमरान खान के प्रधान सचिव आजम खान ने उनका (मेनन) हाथ पकड़कर उन्हें कमरे से बाहर कर दिया था और इमरान के कहने पर वॉशरूम में बंद कर दिया गया था.
मेनन ने कहा कि मुझे याद है कि आजम ने मेरे इस व्यवहार के लिए मुझे फटकार लगाई थी.
बता दें कि महीनेभर से पाकिस्तान प्रधानमंत्री कार्यालय से कई ऑडियो लीक हुए, जिसे लेकर पाकिस्तान में राजनीति गरमाई हुई है. इस मामले की जांच के लिए सरकार ने एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया है. दरअसल पीएम हाउस में हुई बैठकों और बातचीत के ऑडियो लीक होने को लेकर साइबर सुरक्षा सवालों के घेरे में है.
पिछले महीने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और उनके मुख्य सचिव तौकर शाह के बीच की बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया पर लीक हो गया था, जिससे काफी हंगामा खड़ा हो गया था. वहीं, पिछले हफ्ते ही इमरान खान की अपने पार्टी नेताओं से बातचीत का एक ऑडियो लीक हुआ था.
एक अन्य ऑडियो क्लिप में इमरान खान को उनकी सरकार गिराने के लिए कथित विदेशी साजिश के बारे में बात करते सुना जा सकता है.