पाकिस्तान में भारी आर्थिक संकट के बीच शहबाज शरीफ सरकार के वित्त मंत्री देश के विदेशी मुद्रा भंडार की खस्ता हालत छिपाने की कोशिश कर रहे हैं. पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार ने कहा है कि मौजूदा समय में पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार 4 अरब डॉलर नहीं बल्कि 10 अरब डॉलर है. इशाक डार ने आगे कहा कि 6 अरब डॉलर पाकिस्तान के कमर्शियल बैंकों के पास है, जो भी भंडार का ही हिस्सा माना जाएगा.
पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार का यह बयान ऐसे समय पर आया है, जब पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार में भारी कमी होने की खबरें जोरों पर हैं. हाल ही में आईं कई पाकिस्तानी रिपोर्ट्स में खुलासा किया गया कि पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार गिरते हुए 4.5 अरब डॉलर पर पहुंच गया है जो पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार के लिए खतरे की घंटी भी है.
शनिवार को एक न्यूज चैनल से बात करते हुए पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार ने दावा करते हुए कहा कि पाकिस्तान पर जो कर्जा है, वह समय से चुकाया जा रहा है और बहुत जल्द ही देश का विदेशी मुद्रा भंडार फिर से स्थिर हो जाएगा.
इशाक डार ने आगे कहा कि आईएमएफ (IMF) का एक प्रतिनिधि जल्द ही पाकिस्तान आने वाला है. साथ ही उन्होंने कहा कि 9 जनवरी को वे जिनेवा में भी आईएमएफ के अधिकारियों से मुलाकात करेंगे. यह मुलाकात जिनेवा में होने जा रही कॉन्फ्रेंस से अलग होगी, जिस दौरान प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भी मौजूद रहेंगे.
बता दें कि इशाक डार 9 जनवरी को एक कॉन्फ्रेंस में शामिल होने जिनेवा पहुंचेंगे. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भी इस कॉन्फ्रेंस में शामिल होंगे. इशाक डार ने आगे कहा कि उन्हें आशा है कि सऊदी अरब जैसे पाकिस्तान के मित्र देश जल्द ही फंड ट्रांसफर कर देंगे.
अगले सप्ताह पाकिस्तान और आईएमएफ के बीच होगी बातचीत
पाकिस्तान की आर्थिक हालत खराब होती जा रही है. आर्थिक तंगहाली से बचने के लिए पाकिस्तान की निगाह अब आईएमएफ पर है. आईएमएफ से वित्तीय सहायता मिलने की उम्मीद में शहबाज शरीफ सरकार लगातार आईएमएफ के अधिकारियों से बातचीत में लगे हुए हैं.
अगले सप्ताह भी पाकिस्तान और आईएमएफ के बीच वार्ता की उम्मीद है. अगर बात बन गई और 7 अरब डॉलर वित्तीय सहायता प्रोग्राम की समीक्षा के नौंवे दौर में पाकिस्तान सभी मानकों पर खरा उतरा तो उसे आईएमएफ की ओर से एक अरब डॉलर के रूप में लोन की किश्त जल्द ही मिल जाएगी.
पाकिस्तान में आटे तक का भारी संकट, गरीबों में हाहाकार
पाकिस्तान में महंगाई तेजी के साथ बढ़ती जा रही है. गरीब लोगों को जीवन बसर करने में बेहद परेशानी आ रही है. दो वक्त की रोटी भी उन्हें ठीक से नसीब नहीं हो रही है. मौजूदा समय में आटे को लेकर भी पाकिस्तान में भारी संकट चल रहा है.
पिछले दिनों में लगातार बढ़े दामों की वजह से पाकिस्तान में गरीबों का आटा खरीदना भी मुश्किल हो गया है. लोगों को सरकार की मदद की दरकार है. पाकिस्तान के रावलपिंडी और इस्लामाबाद में तो आटे की कीमत 130 रुपये प्रति किलो पहुंच गई है.