पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के महानिदेशक (दक्षिण एशिया और दक्षेस) डॉ. मोहम्मद फैसल ने भारतीय उप उच्चायुक्त गौरव अहलूवालिया को आज फिर से तलब किया है. इसके साथ ही भारत के जरिए किए गए संघर्षविराम उल्लंघन की निंदा की है.
पाकिस्तान ने 24 जुलाई को भी भारतीय उप उच्चायुक्त गौरव अहलूवालिया को तलब कर नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा कथित संघर्ष विराम उल्लंघन करने पर औपचारिक विरोध दर्ज कराया था. पाकिस्तान की ओर से कहा गया कि संघर्ष विराम में उसके दो नागरिकों की मौत हो गई और चार अन्य घायल हो गए थे.
विदेश मंत्रालय के दक्षिण एशियाई डेस्क के महानिदेशक मोहम्मद फैसल ने विभिन्न क्षेत्रों में अकारण संघर्ष विराम उल्लंघन की निंदा की.
घटनाओं के बारे में बताते हुए मंत्रालय के एक बयान में कहा गया कि एलओसी के साथ लगते बैगसर सेक्टर में 22 जुलाई को एक 12 वर्षीय लड़के मोहम्मद रियाज की मौत हो गई थी, जबकि 18 वर्षीय जबीउल्ला गंभीर रूप से घायल हो गया था.
23 जुलाई को बयान में कहा गया था कि दूसरी घटना में एक महिला जान बीबी की मौत हो गई थी, जबकि तीन नागरिक नियंत्रण रेखा के साथ लगते होट्सप्रिंग, जैंड्रोट और बंचिरियन क्षेत्रों में घायल हो गए थे.
फैसल ने कहा, "नागरिक आबादी वाले क्षेत्रों को जानबूझकर निशाना बनाना वास्तव में मानवीय प्रतिष्ठा और गरिमा के खिलाफ है." उन्होंने भारत द्वारा संघर्ष विराम के उल्लंघन को क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा के लिए खतरा बताया. बयान में भारतीय पक्ष से 2003 के संघर्ष विराम व्यवस्था का सम्मान करने और उल्लंघन की घटनाओं की जांच करने का आग्रह किया गया.