पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान गिरफ्तार हो गए हैं. इमरान को पाक रेंजर्स ने कोर्ट रूम से ही गिरफ्तार किया है. इमरान की गिरफ्तारी ऐसे वक्त पर हुई, जब हाल ही में उन्होंने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के अधिकारी मेजर जनरल फैसल नसीर पर गंभीर आरोप लगाए थे. इमरान ने आरोप लगाया था कि मेजर जनरल फैसल नसीर उनकी हत्या कराने की कोशिश कर रहे हैं. इमरान के इस बयान के लिए पाकिस्तानी सेना ने उन्हें फटकार भी लगाई थी.
पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, इमरान को इस्लामाबाद हाईकोर्ट के बाहर रेंजर्स द्वारा अल-कादिर ट्रस्ट मामले में गिरफ्तार किया गया. यहां इमरान खान अपने खिलाफ दर्ज कई मामलों में जमानत लेने पहुंचे थे.
इमरान खान की पार्टी पीटीआई के ट्विटर हैंडल से वीडियो जारी किया गया है. पार्टी का दावा है कि इमरान खान के वकील कोर्ट परिसर में बुरी तरह से जख्मी हुए हैं.
Imran Khan’s lawyer badly injured inside the premises of IHC. Black day for our democracy and country. pic.twitter.com/iQ8xWsXln7
— PTI (@PTIofficial) May 9, 2023
'अदालत पर रेंजर्स का कब्जा'
इमरान की गिरफ़्तारी पर पूर्व सूचना मंत्री और PTI के उपाध्यक्ष फवाद चौधरी ने कहा कि अदालत पर 'रेंजर्स का कब्जा' है और वकीलों को 'यातना दी जा रही है.' उन्होंने कहा, 'इमरान खान की कार को घेर लिया गया है.'
अपहरण का आरोप
PTI के एक अन्य नेता अजहर मशवानी ने आरोप लगाया कि 70 वर्षीय खान को रेंजर्स द्वारा अदालत के अंदर से 'अपहरण' किया गया. उन्होंने कहा कि पार्टी ने तत्काल देश भर में विरोध प्रदर्शन करने का आह्वान किया है.
'इमरान खान को प्रताड़ित किया जा रहा'
पार्टी के एक अन्य नेता ने ट्विटर पर वीडियो संदेश में कहा, 'वे अभी इमरान खान को प्रताड़ित कर रहे हैं. वे खान को पीट रहे हैं. उन्होंने खान साहब के साथ कुछ किया है.'
इमरान खान का गिरफ्तारी वारंट राष्ट्रीय जवाबदेही अध्यादेश (NAB) रावलपिंडी द्वारा 1 मई को जारी किया गया था और आज इस्लामाबाद में रेंजर्स द्वारा उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.
बीते बुधवार को NAB ने इमरान खान के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला चलाया. इस मामले में शामिल अन्य लोगों में पूर्व संघीय विदेश मंत्री जुल्फिकार बुखारी और पूर्व जवाबदेही सलाहकार शहजाद अकबर भी शामिल हैं, जिन्हें अल कादिर ट्रस्ट विश्वविद्यालय के लिए भूमि आवंटित की गई थी.
हाई कोर्ट ने शरीफ सरकार को लगाई फटकार
HC के मुख्य न्यायाधीश आमेर फारूक ने इस्लामाबाद के पुलिस प्रमुख, आंतरिक मंत्रालय के सचिव और अतिरिक्त अटॉर्नी जनरल को 15 मिनट के भीतर कोर्ट में पेश होने का निर्देश दिया है. IHC के CJ ने कहा- वो 'संयम' दिखा रहे हैं और चेतावनी दी कि अगर इस्लामाबाद पुलिस प्रमुख अदालत में पेश नहीं हुए तो वो प्रधानमंत्री के खिलाफ 'समन' जारी करेंगे. जस्टिस फारूक ने कहा कि कोर्ट आइए और बताइए कि इमरान को क्यों और किस मामले में गिरफ्तार किया गया है.
पहले से था गिरफ्तारी वारंट
इस्लामाबाद के पुलिस महानिरीक्षक डॉ. अकबर नासिर खान ने घटनाक्रम की पुष्टि की और कहा कि स्थिति नियंत्रण में है. जियो न्यूज के मुताबिक, जब उन्हें हिरासत में लिया गया, तब पीटीआई के अध्यक्ष आईएचसी में बायोमेट्रिक सत्यापन के लिए जा रहे थे. एनएबी के अधिकारियों के पास गिरफ्तारी वारंट था. इमरान खान को राष्ट्रीय जवाबदेही अध्यादेश 1999 की धारा 9ए के तहत हिरासत में लिया गया था.
पाकिस्तान की इस्लामाबाद हाई कोर्ट से इमरान की गिरफ्तारी की तस्वीरें सामने आई. तस्वीरों में देखा गया कि पाक रेंजर्स पूर्व पीएम को धकेलते हुए गाड़ी में बैठाते हुए दिखाई दे रहे हैं.
इस्लामाबाद में धारा 144 लागू
इस्लामाबाद पुलिस की ओर से बयान जारी यह भी कहा गया है कि इस्लामाबाद में स्थिति सामान्य है. लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए शहर में धारा 144 लागू कर दी गई है और उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. पूर्व पीएम इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद इस्लामाबाद में कई जगहों से तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाएं सामने आ रही हैं. इमरान खान के अलावा इस्लामाबाद हाई कोर्ट के बाहर से पीटीआई के 9 कार्यकर्ताओं को भी हिरासत में लिया गया है.
हाई कोर्ट ने पुलिस को किया तलब
पीटीआई के वकील फैसल चौधरी ने इमरान की गिरफ्तारी की पुष्टि की थी, जिसके बाद इस्लामाबाद हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश आमेर फारूक ने इस्लामाबाद के पुलिस प्रमुख, आंतरिक मंत्रालय के सचिव और अतिरिक्त अटॉर्नी जनरल को 15 मिनट के भीतर अदालत में पेश होने का निर्देश दिया था.
'देश में कानून खत्म हो गया'
पीटीआई के एक और नेता शफकत महमूद ने इमरान की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा की है. उन्होंने आरोप लगाया है कि पीटीआई प्रमुख के साथ दुर्व्यवहार और बदसलूकी की गई है. उन्होंने कहा, 'यह फासीवाद की पराकाष्ठा है और पूरी तरह से अस्वीकार्य है. देश में कानून का शासन खत्म हो गया है.'
PTI नेता का आह्वान-सड़कों पर उतरें समर्थक
पीटीआई नेता हम्माद अजहर ने कहा कि इमरान की गिरफ्तारी बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि पीटीआई प्रमुख मुल्क में सबसे ईमानदार नेता हैं. पीटीआई नेता ने पाकिस्तान की जनता को इमरान की गिरफ्तारी के खिलाफ सड़कों पर उतरने का आह्वान किया.
गौरतलब है कि पिछले वर्ष अप्रैल में पाकिस्तान में सत्ता का उलटफेर हुआ था. अविश्वास मत में इमरान को झटका लगा था और प्रधानमंत्री कुर्सी हाथ से चली गई थी. पीएम पद से हटाए जाने के बाद खान पर 100 से ज्यादा केस दर्ज हुए हैं.
इमरान का कहना था कि हमारी सरकार में रूस, चीन और अफगानिस्तान के बारे में स्वतंत्र विदेश नीति के फैसले लिए गए, जिसके कारण अमेरिका के नेतृत्व में उनके खिलाफ साजिश की गई.
'इमरान खान दो केसों की सुनवाई में पहुंचे थे'
डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, ये पूरी घटना इस्लामाबाद हाईकोर्ट के बाहर की है. इमरान यहां मंगलवार दोपहर दो केसों की सुनवाई को लेकर पहुंचे थे, तभी उन्हें बाहर हिरासत में ले लिया गया. पीटीआई के वकील फैसल चौधरी ने घटना की पुष्टि की.
इमरान ने ISI अधिकारी पर लगाए थे गंभीर आरोप
इमरान की गिरफ्तारी ऐसे वक्त पर हुई, जब हाल ही में उन्होंने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के अधिकारी मेजर जनरल फैसल नसीर पर गंभीर आरोप लगाए थे. इमरान ने कहा था- मेजर जनरल फैसल नसीर उनकी हत्या कराने की कोशिश कर रहे हैं. इमरान के इस बयान के लिए पाकिस्तानी सेना ने उन्हें फटकार भी लगाई थी.
इमरान पर थी पहले से नजर
बताते चलें कि पाकिस्तान पुलिस लगातार इमरान की गिरफ्तारी को लेकर प्रयास में थी. उन पर लगातार नजर बनाए हुए थी. बीते दिनों लाहौर के जमान पार्क में उनके निवास पर पुलिस ने छापा मारा था, जहां काफी हंगामा और बवाल देखने को मिला था. हालांकि, तब पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने में सफल नहीं हो पाई थी.
पुलिस का क्या कहना है?
इस्लामाबाद के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) अकबर नासिर खान ने एक बयान जारी किया है. उन्होंने बताया कि इमरान को अल-कादिर ट्रस्ट मामले अरेस्ट किया है. इस मामले में आरोप लगाया गया था कि इमरान और उनकी पत्नी ने एक रियल एस्टेट फर्म से 50 अरब रुपये को वैध करने के लिए अरबों रुपये की रिश्वत ली है. पुलिस प्रमुख ने यह भी कहा कि इस्लामाबाद में स्थिति सामान्य है. शहर में धारा 144 लागू कर दी गई है और उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
अल कादिर ट्रस्ट मामला क्या है?
1. ब्रिटेन की राष्ट्रीय अपराध एजेंसी ने मलिक रियाज़ पर 140 मिलियन पाउंड का जुर्माना लगाया और वह राशि पाकिस्तान वापस भेज दी गई.
2. हालांकि, बहरिया टाउन कांड मामले में मलिक रियाज़ के निपटारे के हिस्से के रूप में वह पैसा सुप्रीम कोर्ट को दिया जाना था.
3. 2 दिसंबर, 2019 को संघीय कैबिनेट ने पैसा SC के खाते में डाल दिया.
4. मलिक रियाज़ द्वारा कुल 460 अरब रुपये का भुगतान किया जाना था और यह राशि उसी का हिस्सा थी.
5. 26 दिसंबर, 2019 को इमरान खान ने अल कादिर यूनिवर्सिटी प्रोजेक्ट के लिए ट्रस्ट रजिस्टर्ड किया. मलिक रियाज़ बाद में इसके लिए डोनर बने.
6. ट्रस्ट के डीड के रजिस्ट्रेशन के बाद बहरिया टाउन ने सोहावा, झेलम में 458 कनाल जमीन खरीदी और जुल्फी बुखारी (प्रवासी पाकिस्तानियों और मानव संसाधन के लिए प्रधानमंत्री के पूर्व विशेष सहायक) के नाम पर जमीन ट्रांसफर की.
7. स्टांप पेपर के अनुसार जमीन की कीमत 243 करोड़ रुपए तय की गई थी.
8. 22 जनवरी 2021 को जुल्फी बुखारी ने जमीन ट्रस्ट के नाम ट्रांसफर कर दी.
9. 24 मार्च, 2021 को बहरिया टाउन द्वारा 458 कनाल भूमि के दान को इमरान खान के आवास पर बुशरा बीबी और बहरिया टाउन के बीच हुए एक समझौते के माध्यम से स्वीकार किया गया.
10. साइन किए गए समझौते के अनुसार बहरिया टाउन ने कहा कि वह योजनाकार अल कादिर विश्वविद्यालय की स्थापना और चलाने के लिए सभी खर्चों का भुगतान करेगा और ट्रस्ट को पैसे का योगदान देगा.
11. जनवरी-दिसंबर 2021 से ट्रस्ट को 180 मिलियन रुपये का दान मिला.
12. 1 मई, 2023 को, NAB ने इस मामले में इमरान खान के लिए 1999 के NAB अध्यादेश की धारा 9 के तहत गिरफ्तारी का वारंट जारी किया, जिसमें उनके बार-बार उपस्थित होने के अनुरोध और आरोप की व्याख्या करने में असमर्थता का हवाला दिया गया.
13. इस मामले में 9 मई, 2023 को पूर्व पीएम इमरान खान को गिरफ्तार किया गया.