पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. पाकिस्तान पुलिस ने बुधवार को इमरान के खिलाफ एक वकील की हत्या के आरोप में केस दर्ज किया है. यह वकील उनके खिलाफ देशद्रोह की कार्रवाई करने की मांग कर रहा था.
पुलिस ने 70 वर्षीय पूर्व क्रिकेटर के खिलाफ 'हत्या के लिए उकसाने' का मामला दर्ज किया है. इमरान को बीते साल अप्रैल में संसद में विश्वास मत हारने के बाद पद से हटा दिया गया था, जिसके बाद उन्होंने संसद को भंग कर दिया था. इसके बाद से ही वह दर्जनों मामला का सामना कर रहे हैं.
पूर्व पीएम पर वकील की हत्या का आरोप नहीं लगा है. उन्होंने अपने खिलाफ सभी मामलों को सत्ता पर काबिज दलों द्वारा मनगढ़ंत बताते हुए खारिज कर दिया है. उन्होंने एक टीवी कार्यक्रम में कहा कि वह 16 अन्य मामलों में जमानत लेने के लिए गुरुवार को अदालत जाएंगे. प्रांतीय सरकार के प्रवक्ता बाबर खान ने कहा कि अगर हत्या के मामले की सुनवाई होती है तो खान औपचारिक आरोपों का सामना कर सकते हैं.
कोर्ट जा रहे वकील की हुई थी हत्या
मारे गए वकील अब्दुर रजाक ने अविश्वास प्रस्ताव के बाद अपनी सरकार को भंग करने के लिए खान के खिलाफ देशद्रोह की कार्यवाही की मांग करते हुए कोर्ट में एक याचिका दायर की थी. पुलिस ने कहा कि मंगलवार को रजाक अदालत जा रहा था, तभी बाइक सवार बदमाशों ने गोली मारकर उसकी हत्या कर दी.
रजाक के वकील बेटे सिराज अहमद ने पुलिस को बताया कि उनके पिता को पूर्व प्रधानमंत्री के अपमान से अज्ञात लोगों द्वारा मार दिया गया था. हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि अज्ञात बदमाशों और इमरान के बीच क्या संबंध है.
हिंसा उकसाने के मामले में मिली जमानत
बता दें कि भ्रष्टाचार के एक मामले में 9 मई को गिरफ्तार किए जाने के बाद इमरान खान के समर्थकों ने सरकारी दफ्तरों और सेना के भवनों पर हमला कर दिया था. हालांकि इमरान को हिंसा उकसाने के आतंकवाद के आरोप में जमानत पर रिहा कर दिया गया था.