
पाकिस्तान में जिस 8 साल के बच्चे के मदरसे में पानी पीने पर विवाद हुआ, जिसके बाद हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ हुई. उस बच्चे को अब स्थानीय पुलिस की सुरक्षा मिल गई है. 8 साल के उस बच्चे और उसके परिवार को सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद यह सुरक्षा मुहैया करवाई गई है. बच्चे की पुलिस सुरक्षा के दौरान की एक तस्वीर भी सामने आई है.
पाकिस्तान के रहीमयार खान के भोंग शरीफ में बीते बुधवार को भगवान गणेश के एक मंदिर में सैकड़ों की भीड़ ने तोड़-फोड़ कर दी थी. इस घटना से पहले 8 साल का एक बच्चा पानी पीने एक मदरसे में चला गया था जहां उसकी पिटाई कर दी गई और उल्टे उस मदरसे के मौलवी ने उस बच्चे के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा दिया था.
इस मामले में वहां के पुलिस वालों ने भी यह नहीं देखा कि जिस बच्चे के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर रहे हैं वह सिर्फ 8 साल का है और उसे जेल भेज दिया. 2 दिन तक जेल में रहने के बाद उसे स्थानीय न्यायालय में पेश किया गया जहां जज ने पुलिस वालों को फटकार लगाते हुए उस 8 साल के बच्चे को रिहा कर दिया.
यही बात वहां के गुंडों को पसंद नहीं आई और बाद में मंदिर में जाकर तोड़-फोड़ की और आग लगा दी. इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अगर पुलिस वालों ने समय रहते इस पर कदम उठा लिया होता तो ऐसी घटना नहीं होती.
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इस घटना के बाद छोटा बच्चा, उसका परिवार, साथ ही इलाके में रहने वाले हिंदू काफी डरे हुए हैं. उन्हें अपनी जान-माल का खतरा सता रहा है. इस वजह से कई परिवार अपना घर छोड़ वहां से पलायन भी कर चुके हैं.
अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं
हालात यह है कि इस घटना के 40 घंटे से ज्यादा का वक्त गुजर जाने के बाद और इस मामले में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान, मुख्य न्यायाधीश गुलजार अहमद, गृह मंत्री शेख राशिद के आदेश के बाद भी कुछ नहीं हुआ है.
FIR में जिन 150 लोगों का जिक्र है, उसमें से अब तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है और न ही उन पर कोई कार्रवाई हुई है, जबकि मंदिर तोड़-फोड़ करने वाले गुंडे वायरल वीडियो में साफ-साफ दिखाई दे रहे हैं.