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कंगाल पाकिस्तान की नई फजीहत, चीनी नागरिकों की मौत के बदले देगा 72 करोड़ का हर्जाना

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में चीनी नागरिकों पर आतंकी हमला हुआ था, जिसमें चीन के 5 लोगों की मौत हो गई थी. इस हमले में मारे गए चीनी नागरिकों के परिवारों को अब पाकिस्तान 2.58 मिलियन अमेरिकी डॉलर यानी 72 करोड़ पाकिस्तानी रुपए देगा.

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तस्वीर करीब 2 महीने पहले की है, जब खैबर पख्तूनख्वा में चीनी नागरिकों पर अटैक हुआ था. (File Photo)
तस्वीर करीब 2 महीने पहले की है, जब खैबर पख्तूनख्वा में चीनी नागरिकों पर अटैक हुआ था. (File Photo)

कंगाल मुल्क पाकिस्तान की फजीहतें बढ़ती जा रही हैं. एक तरफ कर्जा बढ़ता जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ अब चीनी नागरिकों की मौत के बदले 72 करोड़ रुपए का हर्जाना चुकाना पड़ रहा है. दरअसल, हाल ही में पाकिस्तान के अंदर चीनी नागरिकों के काफिले पर आतंकी हमला हुआ था, जिसमें 5 चीनी नागरिकों की मौत हो गई थी. 

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डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान इस हमले में मारे गए चीनी नागरिकों के परिवारों को बदले में 2.58 मिलियन अमेरिकी डॉलर यानी 72 करोड़ पाकिस्तानी रुपए देगा. बता दें कि इस समय इंटरनेशनल मार्केट में 1 अमेरिकी डॉलर की कीमत 279 पाकिस्तानी रुपए के बराबर है. दरअसल, पाकिस्तानी वित्त मंत्री मोहम्मद औरंगजेब की अध्यक्षता में पाकिस्तान के अंदर एक बैठक हुई, जिसमें हर्जाना देने का फैसला किया गया. 

कैसे हुई थी चीनी नागरिकों की मौत

दरअसल, 26 मार्च को पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के शांगला में एक सुसाइड अटैक हुआ था, जिसमें पांच चीनी नागरिक मारे गए थे. आत्मघाती हमलावर ने उनके काफिले को निशाना बनाया था और विस्फोटकों से भरी कार चीनी नागरिकों के काफिले में घुसा दी थी. चीनी नागरिकों पर इस्लामाबाद से खैबर पख्तूनख्वा के कोहिस्तान जाने के दौरान हमला किया गया था. हमलावर के चीनी नागरिकों की कार में टक्कर मारने के बाद वह खाई में जा गिरी थी.

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चीनी नागरिकों पर पहले भी हुए हमले

बता दें कि सभी चीनी इंजीनियर दासू में अपने कैंप की ओर जा रहे थे. विशेष रूप से दासू पहले भी आतंकियों के निशाने पर रहा है, जहां 2021 में एक बड़ा हमला हुआ था. तब एक बस पर हुए अटैक में 9 चीनी नागरिकों समेत 13 लोग मारे गए थे. 

बलूचिस्तान में BLA के निशाने पर चीनी

बलूचिस्तान में दशकों से स्थानीय आबादी पाकिस्तान सरकार के खिलाफ विद्रोह कर रही है, लेकिन बावजूद इसके चीन ने यहां भारी मात्रा में निवेश कर रखा है. मसलन, चीन पाकिस्तान से अपने देश तक एक इकोनॉमिक कॉरिडोर बना रहा है, जिसमें ग्वादर पोर्ट समेत आसपास के इलाके का विकास किया जाना है. बलूचिस्तान का एक बड़ा हिस्सा इसी CPEC प्रोजेक्ट का हिस्सा है, जिसका बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी के लड़ाके विरोध करते हैं और आए दिन हमलो को अंजाम देते हैं.

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