पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ भले ही यह दावा करें कि वह भारत के साथ संबंधों को सुधारना चाहते हैं, लेकिन भारत के प्रति पाक का रवैया पहले जैसा ही है. एक तरफ तो पाकिस्तान दोस्ती का हाथ बढ़ाता है, लेकिन पीठ पीछे से छुरा घोंपता है. तभी तो पाकिस्तान में आतंकी संगठनों को मदद लगातार जारी है. जी हां, पाकिस्तान की पंजाब प्रांत की सरकार ने साल 2008 के मुंबई हमलों के के मास्टरमाइंड जमात-उद-दावा के सरगना हाफिज सईद को करीब 6.1 करोड़ रुपये की सरकारी मदद दी है.
प्रांतीय सरकार ने मुंबई हमले के मुख्य साजिशकर्ता हाफिज सईद के संगठन जमात उद दावा के केंद्र 'मरकज-ए-तैयबा' के लिए 6.1 करोड़ रुपये का अनुदान दिया है.
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में पीएमएल-एन की सरकार है और नवाज शरीफ के भाई शाहबाज शरीफ वहां के मुख्यमंत्री हैं. शरीफ ने जमात को दो किस्तों में सरकारी मदद दी है. उसे 6 करोड़ रुपये के अलावा करीब 35 करोड़ रुपये नॉलेज पार्क के नाम पर दिए गए हैं.
पंजाब की सरकार ने इसी केंद्र में एक 'नॉलेज पार्क' बनाने और दूसरे विकास कार्यों के लिए 35 करोड़ पाकिस्तानी रुपये का आवंटन अलग से किया है. इसका प्रावधान साल 2013-2014 के वित्तीय बजट में किया गया है. प्रांत के मुख्यमंत्री शाहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली पीएमएल-एन सरकार की ओर से सोमवार को प्रांतीय एसेंबली में बजट पेश किया गया. इसी में आवंटन की विस्तृत जानकारी पेश की गई.
जमात का केंद्र लाहौर के बाहरी इलाके मुरिदकी में स्थित है. अपने बजट भाषण में प्रांत के वित्त मंत्री मुज्तबा शुजौर रहमान ने ऐलान किया कि प्रांतीय सरकार का इरादा एक बड़ा 'नॉलेज पार्क' बनाने का है.
गौरतलब है कि हाफिज सईद को मुंबई पर आतंकी हमले का मास्टमाइंड माना जाता है. भारत लगातार पाकिस्तान से सईद के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करता रहता है, लेकिन पाक सबूतों की कमी की बात कहकर इसे टालता रहता है. अमेरिका ने भी सईद पर करीब 50 करोड़ रुपये के इनाम की घोषणा की हुई है.