गुजरात, बिहार समेत देश के कई राज्यों ने शराब पर पाबंदी लगाई गई है लेकिन पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान ने सिगरेट के सेवन पर एक अजीब तरह का टैक्स लगाने का फैसला किया है. कर्ज में डूबे पाकिस्तान ने अपने स्वास्थ्य बजट को बढ़ाने के लिए सिगरेट और शर्बतों पर जल्द ही ‘पाप कर’ लगाने का फैसला किया है. देश के स्वास्थ्य मंत्री अमीर महमूद कियानी ने मंगलवार को यह जानकारी दी है.
स्थानीय मीडिया के मुताबिक उन्होंने जन स्वास्थ्य सम्मेलन में कहा कि उनकी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ सरकार देश के सकल घरेलू उत्पाद के पांच प्रतिशत वाला स्वास्थ्य बजट बनाना चाहती है और इस काम के लिए उसे आमदनी बढ़ानी होगी. इसके लिए सरकार कई तरह के उपाय अमल में ला रही है.
मंत्री के मुताबिक यह फैसला इसी तरह का प्रयोग है. इसमें तंबाकू उत्पादों और मीठे पेयों पर एक पाप कर (सिन टैक्स) लगाने का विचार है. इससे जो आमदनी होगी उसे स्वास्थ्य बजट में शामिल करने का प्लान है. अभी पाकिस्तान सरकार स्वास्थ्य पर जीडीपी का सिर्फ दशमलव छह फीसदी ही खर्च करती है. मीडिया रिपोर्ट्स में महानिदेशक डा. असद हफीज के हवाले से कहा गया है कि विश्व के करीब 45 देशों में इस तरह का टैक्स लगाया जाता है.
गौरतलब है कि पाकिस्तान सरकार दुनिया भर में अपने मुल्क की गरीबी का रोना रो रही है. गरीबी दूर करने के लिए उन्होंने जहां तमाम खर्चों में कटौती की कोशिश की है, वहीं पीएम इमरान खान के सरकारी आवास में मौजूद कार से लेकर भैंसें तक नीलाम कर दी गईं थीं. पाकिस्तान कर्ज से मुक्ति पाने के लिए न सिर्फ विश्व बैंक बल्कि कई मुल्कों से आर्थिक मदद देने की पेशकश कर चुका है.