पाकिस्तान इन दिनों तंगहाली से जूझ रहा है. वहां रोजमर्रा की जरूरतें पूरा करना भी दूभर हो रहा है. इसी बीच पाकिस्तान सरकार ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 35 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी कर दी है. यह कदम इस सप्ताह पाकिस्तानी रुपये के गिरने के बाद लिया गया है. क्योंकि सरकार द्वारा मूल्य सीमा को हटाए जाने के बाद मुद्रा का मूल्य लगभग 12 प्रतिशत कम हो गया था.
पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार ने कहा कि दरों में वृद्धि तेल और गैस अधिकारियों की सिफारिशों के आधार पर की गई है. उन्होंने कहा कि हो सकता है कि इसे ग्लोबल मार्केट से ऊर्जा खरीदने की उच्च लागत के कारण लागू किया गया हो.
एजेंसी के मुताबिक इशाक डार ने कहा कि तेल और गैस नियामक प्राधिकरण की सिफारिश पर यह वृद्धि तत्काल प्रभाव से की जा रही है. यह फैसला डार के उस बयान के कुछ दिन बाद लिया गया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि 'पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था और समृद्धि के लिए अल्लाह जिम्मेदार है. डार ने कहा था कि अगर अल्लाह पाकिस्तान बना सकता है, तो वह उसकी रक्षा, विकास और समृद्धि भी कर सकता है.
पाकिस्तान इस समय अपने सबसे खराब दौर से गुजर रहा है. महंगाई रिकॉर्ड तोड़ चल रही है, बेरोजगारी चरम पर है और कर्ज बढ़ता चला जा रहा है. इस बीच सरकार ने पेट्रोल डीजल की कीमतों में इजाफे का फैसला लिया है. वहीं, पिछले हफ्ते सरकार द्वारा लगाए गए मूल्य कैप को हटाने के बाद पाकिस्तानी रुपया 12% गिर गया था.
पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार ने इन बिगड़ते हालात को लेकर कहा था कि पिछली सरकारों ने कई ऐसे काम किए जिस वजह से वर्तमान में हालात बने. जोर देकर कहा था कि शहबाज सरकार के दौरान पाकिस्तान विकास के रास्ते पर चल रहा था, लेकिन उसके बाद से सबकुछ चौपट हो गया. पिछले पांच सालों में पाकिस्तान ने सिर्फ ड्रामा देखा है.
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