पाकिस्तान में बुधवार को तीन आतंकवादियों को फांसी दे दी गई जिन्हें सैन्य अदालत ने 2014 में पेशावर हवाईअड्डे पर हुए हमले सहित विभिन्न आतंकी हमलों में दोषी ठहराया था.
पाकिस्तानी सेना ने एक बयान में कहा कि तीन आतंकवादियों को खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में एक जेल में फांसी दे दी गई जिन्हें सैन्य अदालत ने दोषी ठहराया था.
बयान में कहा गया कि सभी तीनों आतंकवादी आतंकवाद, पेशावर हवाईअड्डे पर पाकिस्तान इंटरनेशनल एअरलाइन के विमान पर हमले, लोगों की हत्याओं और पाकिस्तान के सशस्त्र बलों एवं कानून प्रवर्तन एजेंसियों पर हमलों सहित विभिन्न जघन्य अपराधों में शामिल थे.
जून 2014 में बंदूकधारियों ने पाकिस्तान इंटरनेशनल एअरलाइन के विमान पर उस समय गोलीबारी की थी जब यह पेशावर हवाईअड्डे पर उतर रहा था. इस हमले में विमान में सवार एक महिला मारी गई थी और चालक दल के तीन सदस्य घायल हो गए थे.
फांसी पर चढ़ाए गए आतंकवादियों में साजिद, बेहृाम और फजल ए गफ्फार शामिल हैं. इन लोगों पर कब मुकदमा चलाया गया, कहां मुकदमा चलाया गया, इस बारे में कुछ नहीं बताया गया है. सैन्य अदालतों को गत मार्च में दो साल के लिए और बहाल कर दिया गया था.
इनका प्रारंभिक दो वर्षीय कार्यकाल जनवरी में समाप्त हो गया था. इन अदालतों की स्थापना दिसंबर 2014 में पेशावर में सेना संचालित एक स्कूल पर हुए आतंकी हमले के बाद संवैधानिक संशोधन के जरिए की गई थी. स्कूल पर हुए हमले में 150 से ज्यादा लोग मारे गए थे जिनमें अधिकतर बच्चे थे. मानवाधिकार समूह जस्टिस प्रोजेक्ट पाकिस्तान के अनुसार पेशावर हमले के बाद से 441 लोगों को फांसी दी जा चुकी है..