एक सिंधी मौलवी पीर जान सरॉन्डी ने आरोप लगाया है कि एक पाकिस्तानी हिंदू लॉमेकर एक शोध और विश्लेषण विंग (आरएडब्ल्यू) एजेंट है. ये अल्पसंख्यकों के धर्म परिवर्तन के विरोध के लिए जाने जाते है.
नारीवादी और वकील शुमाइला हुसैन शाहानी ने ट्वीट किया कि 2013 में क्रिकेटर से बने राजनेता इमरान खान के तहरीक-ए-इनसाफ ने नामित एक लॉमेकर लाल चंद मालही के इस तरह के रूपांतरण के खिलाफ उनके रुख को लक्षित किया जाता है.
साथ ही उन्होंने कहा कि मौलवी "जबरन धर्म परिवर्तन के लिए कुख्यात" हैं. उसने उमेरकोट रैली के वीडियो को पोस्ट किया, जहां सरहिन्दी ने मालही को भारतीय जासूस कहा था.
पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग के एक कार्यकारिणी सदस्य लाल चंद मालही एमएनए (नेशनल असेंबली के सदस्य थे) ने 2016 के प्रस्ताव को पेश किया था. इसमें शीर्ष कानून बनाने वाले संगठन ने पूर्व प्रधान मंत्री नवाज शरीफ की सरकार से अल्पसंख्यक का धर्म परिवर्तन और विवाहों को समाप्त करने के लिए कहा था.
दक्षिण एशिया भागीदारी-पाकिस्तान का कहना है कि हर साल 1,000 से ज्यादा लड़कियों को धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर करते हैं. बता दें कि इनमें से ज्यादातर हिंदु है. पाकिस्तान का सिंध प्रांत सबसे बड़ा हिंदू आबादी का घर है. यह समुदाय से कई अपहरण और लड़कियों के रूपांतरण का गवाह है.
बता दें कि इस साल के शुरू में, पाकिस्तानी हिंदुओं ने 16 साल की एक लड़की के अपहरण और रूपांतरण के कारण नाराजगी जताई गई थी.