पाकिस्तान में इमरान खान को सत्ता से बेदखल कर शहबाज शरीफ ने प्रधानमंत्री पद की जिम्मेदारी संभाल ली है. एक गठबंधन वाली सरकार का गठन भी हो चुका है. लेकिन इमरान खान और उनकी पार्टी PTI ने अभी तक जल्द चुनाव करवाने की मांग को नहीं छोड़ा है. इमरान खान हर कीमत पर पाकिस्तान में जल्द चुनाव चाहते हैं.
ऐसी खबर है कि इमरान खान अपनी मांग को लेकर पीएम शहबाज शरीफ से भी मुलाकात कर सकते हैं. हालांकि अभी तक कोई औपचारिक ऐलान नहीं किया गया है. इमरान की सरकार में मंत्री रहे शेख राशिद की मानें तो पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ के कार्यकर्ता जल्द ही बड़े स्तर पर एक मार्च निकालने वाले हैं. उस मार्च के जरिए पाकिस्तान चुनाव आयोग से जल्द चुनाव करवाने की अपील की जाएगी.
इस बारे में राशिद ने यह भी बताया है कि वे सत्तारूढ़ पार्टी और विपक्षी पार्टियों के बीच में पैदा हुई खाई को पाटने की कोशिश कर रहे हैं. उनकी माने तो इमरान खान इस मामले में शहबाज शरीफ से भी बातचीत करने को तैयार हो गए हैं. राशिद ने इस बात पर भी जोर दिया है कि वे और उनकी पार्टी आर्मी के साथ शांति चाहती है, लेकिन अगर कभी भी युद्ध जैसी स्थिति पैदा होती है तो वे इमरान खान का समर्थन करने वाले हैं.
बता दें कि अप्रैल महीने में अविश्वास प्रस्ताव के जरिए इमरान खान को प्रधानमंत्री के पद से हटा दिया गया था. वे पाकिस्तान के इतिहास के एक लौते ऐसे पीएम रहे जिन्हें अविश्वास प्रस्ताव के जरिए सत्ता से बेदखल किया गया हो. इमरान ने जरूर विदेशी साजिश का आरोप लगाया, मामला कोर्ट तक गया, लेकिन फैसला इमरान खान और उनकी सरकार के खिलाफ रहा. फिर 11 अप्रैल को शहबाज शरीफ ने बतौर 23वें प्रधानमंत्री शपथ ली और पाकिस्तान में एक नई सरकार का गठन हो गया.
वर्तमान सदन का कार्यकाल अगस्त 2023 तक जारी रहने वाला है, लेकिन इमरान खान चाहते हैं कि इससे पहले ही देश में चुनाव करवा लिए जाएं. सरकार की तरफ से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है, ऐसी कोई तैयारी भी नहीं है जिससे जल्द चुनाव के कोई संकेत मिल रहे हों.