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पाकिस्तानी हिंदुओं का बड़ा दिल, मंदिर में तोड़फोड़ करने वालों को किया माफ

इस मामले में जांच के बाद पुलिस ने 12 से 15 वर्ष के चार लड़कों को गिरफ्तार किया था. यह सभी प्रेमो-जी-वेरी गांव के ही हैं और प्राइमरी स्कूल के छात्र हैं. लड़कों ने स्वीकार किया कि उन्होंने मंदिर के दानपात्र से धन की चोरी की थी.

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प्रतीकात्मक तस्वीर
प्रतीकात्मक तस्वीर

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  • पाकिस्तान के हिन्दुओं ने पेश की सद्भावना की मिसाल
  • सिंध प्रांत के एक मंदिर में चार लड़कों ने की तोड़फोड़

पाकिस्तान के सिंध प्रांत में एक सप्ताह पहले एक मंदिर को निशाना बनाया गया था. कुछ लड़कों ने मंदिर में घुसकर मूर्तियों को तोड़ दिया था. इसके कुछ ही दिनों बाद पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था. पाकिस्तान के अधिकारियों ने तब बताया था कि घटना के पीछे सिर्फ लूट की नीयत थी ना कि सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ना.

अब पाकिस्तान के हिन्दुओं ने अपना बड़ा दिल दिखाते हुए चारों आरोपियों को माफी दे दी है. पाकिस्तान के सिंध प्रांत के छाछरो शहर के पास एक हिंदू मंदिर में चोरी और तोडफोड़ की गई थी. समाचार एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक इस मंदिर में तोड़फोड़ करने वाले आरोपी चार लड़कों को हिंदू समुदाय ने सद्भावना दिखाते हुए माफ कर दिया है.

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इन लड़कों के खिलाफ दर्ज सभी केस को पाकिस्तानी हिन्दुओं ने वापस ले लिया है, जिसके बाद अदालत ने चारों को रिहा कर दिया. इसके बाद हिंदुओं ने ईशनिंदा का आरोप झेल रहे हिंदू शिक्षक को माफी देने की अपील भी की.

छाछरो गांव के मंदिर में हुई थी तोड़फोड़

पाकिस्तान में छाछरो स्थित प्रेमो-जी-वेरी गांव के मंदिर में 26 जनवरी को चोरी की गई थी और इसे अपवित्र किया गया था. देव प्रतिमाओं को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया था. इस घटना की चौतरफा निंदा हुई थी. हिंदू समुदाय के साथ-साथ राजनेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस पर गहरी चिंता और नाराजगी जताई थी.

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स्थानीय नागरिक प्रेम कुमार ने पुलिस में मामला दर्ज कराया था. इस मामले में जांच के बाद पुलिस ने 12 से 15 वर्ष के चार लड़कों को गिरफ्तार किया था. यह सभी प्रेमो-जी-वेरी गांव के ही हैं और प्राइमरी स्कूल के छात्र हैं. लड़कों ने स्वीकार किया कि उन्होंने मंदिर के दानपात्र से धन की चोरी की थी.

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अखबार 'डॉन' की रिपोर्ट के अनुसार, गिरफ्तारी के बाद एक स्थानीय अदालत ने आरोपियों को हैदराबाद स्थित जुवेनाइल स्कूल भेज दिया था. इन्हें शनिवार को अदालत में पेश किया गया जहां याचिकाकर्ता प्रेम कुमार ने कहा कि वह सद्भावना के तहत चारों के खिलाफ मामला वापस ले रहे हैं. इसके बाद अदालत ने चारों को रिहा करने का आदेश दे दिया.

ईशनिंदा के आरोपी हिंदू शिक्षक को छोड़ने की अपील

सिंध के मुख्यमंत्री के मानवाधिकार मामलों के विशेष सहायक एवं वकील वीरजी कोल्ही ने 'डॉन' से कहा कि हिंदू पंचायत में शामिल बुजुर्गों ने याचिकाकर्ता प्रेम कुमार से आग्रह किया कि वह सद्भावना के तहत इन स्कूली बच्चों को माफ कर दें. उन्होंने कहा कि वह सद्भावना के ऐसे ही कदम की उम्मीद मुस्लिम समुदाय से घोटकी जिले के हिंदू शिक्षक के मामले में कर रहे हैं जो ईशनिंदा के आरोप में कैद में हैं. उन्हें उम्मीद है कि हिंदू शिक्षक के खिलाफ भी इसी तरह मामला वापस ले लिया जाएगा. कोल्ही ने हिंदू पंचायत के नेताओं के इस कदम की सराहना की और इसे थार इलाके में सांप्रदायिक सौहार्द के लिए अच्छा बताया.

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