भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापार को लेकर इमरान खान की कैबिनेट ने बड़ा फैसला लिया है. आर्थिक मामलों से जुड़ी कैबिनेट ने भारत के साथ ट्रेड को मंजूरी दी है. अब पाकिस्तान जून 2021 तक भारत से कपास का आयात करेगा. पाकिस्तानी मीडिया की मानें, तो पाकिस्तान चीनी को लेकर भी जल्द फैसला ले सकता है और आयात पर मुहर लगा सकता है.
इकॉनोमिक कॉर्डिनेशन ने की थी अपील
दरअसल, पाकिस्तान की कैबिनेट इकॉनोमिक कॉर्डिनेशन कमेटी ने बुधवार को अपनी एक रिपोर्ट पेश की. इस रिपोर्ट में भारत के साथ कपास और चीनी का ट्रेड शुरू करने की अपील की गई थी. कमेटी की इस रिपोर्ट को मंजूरी मिलने के बाद पाकिस्तान आधिकारिक रूप से भारत से व्यापार शुरू करने की तैयारी में है.
19 माह से बंद है ट्रेड
भारत और पाकिस्तान के बीच आपसी संबंधों की नाराजगी जगजाहिर है. साल 2019 में अगस्त में जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद पाकिस्तान और तिलमिला उठा था. पाकिस्तान ने भारत के साथ ट्रेड बंद कर दिया था. उधर भारत ने भी पुलवामा हमले के बाद से पाकिस्तान से आने वाली सभी वस्तुओं पर 200 प्रतिशत ड्यूटी लगा दी थी. जिसके चलते दोनों देशों के बीच व्यापार लगभग ठप हो गया था. पाकिस्तान चीनी और कपास के आयात के पक्ष में इसलिए आया है क्योंकि पाकिस्तान को इन दोनों के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही थी.
इससे पहले मई 2020 में पाकिस्तान ने भारत से आयात होने वाली दवाइयों और रॉ मैटेरियल पर लगे प्रतिबंध को भी हटा लिया था. पाकिस्तान ने यह फैसला कोरोना महामारी को देखते हुए लिया था जिससे की मुल्क के लोगों को दवाओं और स्वास्थ्य संबंधी अन्य चीजों की कमी का सामना ना करना पड़े.
कपास के बढ़ते दामों को लेकर हुई थी बैठक
पाकिस्तान के कॉमर्स एडवाइजर अब्दुल रजाक दाउद ने 29 मार्च को ट्वीट करते हुए लिखा था कि देश में कपास के बढ़ते दामों को लेकर पीएम इमरान खान के साथ बैठक की गई. पीएम इमरान ने कपास सेक्टर को लेकर हमदर्दी जाहिर की है. उन्होंने इस संबंध में जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं.
एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में न्यूनतम 12 मिलियन गांठों की वार्षिक अनुमानित खपत के मुकाबले देश के राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा और अनुसंधान मंत्रालय को इस साल केवल 7.7 मिलियन गांठ उत्पादन की उम्मीद है. वहीं, कपास व्यापारियों ने इस साल के लिए केवल 5.5 मिलियन गांठ के उत्पादन का सबसे कम अनुमान लगाया है. पाकिस्तान के सांख्यिकी ब्यूरो के अनुसार, छह मिलियन गांठों की न्यूनतम कमी है और पाकिस्तान अब तक लगभग 688,305 मीट्रिक टन कपास और यार्न का आयात कर चुका है जिसकी कीमत 1.1 बिलियन डॉलर है. पाकिस्तान में अब भी लगभग 3.5 मिलियन गांठों की कमी है जो आयात के जरिए पूरी की जा सकती है.
कपास और यार्न की कमी के कारण लोग अमेरिका, ब्राजील और उजबेकिस्तान से आयात करने के लिए मजबूर हो रहे हैं. भारत से आयात किया गया कपास पाकिस्तान के लिए सस्ता होगा और तीन से चार दिनों के भीतर पाकिस्तान पहुंच भी जाएगा.
कम हो रही हैं तल्खियां?
पड़ोसी मुल्कों के बीच की तल्खियां बीते कुछ समय से कम होता नजर आ रहा है. पहले पाकिस्तानी सेना के प्रमुख कमर बाजवा ने भारत के साथ अच्छे रिश्तों की पैरवी की थी. इसके बाद इमरान खान का भी बयान सामने आया था.हाल ही में पीएम मोदी ने पाकिस्तान के पीएम के कोरोना संक्रमित होने के बाद उनके जल्द स्वस्थ्य होने की कामना की थी. इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान के नेशल डे पर बधाई देते हुए पत्र भेजा था. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने नरेंद्र मोदी के पत्र का जवाब दिया है. इमरान खान ने शुभकामना संदेश के लिए पीएम मोदी का धन्यवाद करते हुए फिर से जम्मू कश्मीर का राग अलाप दिया है. इमरान खान ने कहा है कि स्थिरता के लिए जम्मू कश्मीर समेत सभी मुद्दों का हल जरूरी है.