पाकिस्तान (Pakistan) के बलूचिस्तान में बोलन दर्रे के पास जाफ़र एक्सप्रेस पर बलूच लिबरेशन आर्मी द्वारा कब्ज़ा किए जाने के बाद से शवों और घायलों को क्वेटा के अस्पतालों में लाया गया है. क्वेटा सिविल अस्पताल और सीएमएच में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और आस-पास की सड़कें बंद कर दी गई हैं.
एजेंसी के मुताबिक, बलूचिस्तान रेलवे के एक अधिकारी ने बताया, "गुरुवार सुबह हमले वाली जगह से 25 शवों को ट्रेन से पास के शहर माछ ले जाया गया."
कुछ मृतकों की हुई पहचान
AFP की रिपोर्ट के मुताबिक, नाम न बताने की शर्त पर एक सरकारी अधिकारी ने बताया, "मृतकों की पहचान उजागर हो गई है, जिनमें 19 सैन्य यात्री, एक पुलिसकर्मी और एक रेलवे अधिकारी शामिल हैं, जबकि चार शवों की पहचान अभी नहीं हो पाई है."
इस बीच, कैंपेन की निगरानी कर रहे एक सीनियर स्थानीय सैन्य अधिकारी ने मृतकों के बारे में मिली जानकारी की पुष्टि की. सरकारी और सैन्य अधिकारियों के दावों के उलट, मरने वालों की तादाद ज्यादा बताई जा रही है. सूत्रों के मुताबिक, जान गंवाने वालों में ज्यादातर सैन्य और सरकारी कर्मचारी हैं.
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ISPR के मुताबिक, कैंपेन पूरा हो चुका है और सभी हमलावर मारे गए हैं. वहीं, सभी बंधकों को बचा लिया गया है. दूसरी तरफ, बलूच लिबरेशन आर्मी ने कहा कि ट्रेन और सैन्यकर्मी अभी भी उनके कब्जे में हैं और इलाके में भीषण झड़पें जारी हैं.