पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा मुहम्मद आसिफ ने कहा है कि अब भारत के साथ संबंधों में किसी तरह के सुधार की उम्मीद नहीं है. आसिफ ने कहा है कि भारत बार-बार संघर्षविराम का उल्लंघन कर रहा है, इससे दोनों देशों के बीच संबंध नहीं सुधरने वाले हैं.
पाकिस्तान का कहना है कि भारत में उसके राजनयिक का उत्पीड़न हुआ है. इसे लेकर दोनों देशों के बीच जुबानी जंग भी छिड़ी हुई है. पाकिस्तानी अखबार डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक आसिफ ने सीमा पार से हुई गोलाबारी के चलते पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में दो लोगों के जख्मी हो जाने की घटना के एक दिन बाद आसिफ ने यह बयान दिया.
पाकिस्तान के सरकारी रेडियो चैनल ने आसिफ के हवाले से कहा, 'भारत नियंत्रण रेखा और कामकाजी सीमा पर संघर्षविराम समझौते का बार-बार उल्लंघन कर रहा है. ऐसी परिस्थितियों में हम दोनों देशों के रिश्तों में सुधार की उम्मीद नहीं कर रहे.' आपको बता दें कि पाकिस्तान ने भारतीय बलों पर संघर्षविराम उल्लंघन किए जाने का आरोप लगाते हुए इस साल भारतीय राजनयिकों को कई बार तलब किया है.
पिछले महीने, पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने दावा किया था कि 2018 की शुरुआत से अबतक भारतीय सुरक्षा बलों ने 190 से ज्यादा बार संघर्षविराम का उल्लंघन किया है. कहा गया है कि इनमें कई नागरिक घायल हो गए.
लेकिन भारत की ओर से पाकिस्तान को स्पष्ट किया गया था कि दोनों देशों के बीच बातचीत का सकारात्मक माहौल बनाने का भार पाकिस्तान पर है. भारत के गृह राज्यमंत्री हंसराज गंगाराम अहीर ने इस महीने की शुरुआत में संसद में कहा था, 'कोई भी सार्थक संवाद केवल आतंक, हिंसा और शत्रुता मुक्त माहौल में ही संभव है. इस तरह का हितकर माहौल बनाने का भार पाकिस्तान पर है. भारत सीमा- पार होने वाले आतंकवाद का जवाब देने के लिए सख्त और निर्णायक कदम उठाना जारी रखेगा.'
विदेश मंत्री आसिफ का बयान ऐसे समय में आया है जब पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने आरोप लगाया है कि पिछले कुछ हफ्तों में भारतीय एजेंसियों द्वारा उनके राजनयिकों व उनके परिवारों को 'डराया-धमकाया और प्रताड़ित किया जा रहा है.'