आतंकवाद का पनाहगाह पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय मंच पर बार-बार मुंह की खाने के बाद भी कश्मीर राग अलापने से बाज नहीं आ रहा है. अब वह कश्मीर विवाद को अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) में ले जाने की फिराक में है.
पाकिस्तान ने कुलभूषण जाधव मामले की तर्ज पर कश्मीर विवाद को ICJ ले जाने का संकेत दिया है. हालांकि अंतरराष्ट्रीय मंच पर कश्मीर मामले को उछालने की उसकी हसरत पूरी होने वाली नहीं है.
दरअसल, पाकिस्तान के विदेश कार्यालय प्रवक्ता मोहम्मद फैसल से मीडिया ब्रीफिंग में पूछा गया कि क्या पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे को आईसीजे ले जाएगा, तो उन्होंने कहा कि इस मसले पर कानूनी विशेषज्ञ विचार-विमर्श कर रहे हैं. एक
सवाल के जवाब में मोहम्मद फैसल ने कहा कि जम्मू-कश्मीर मामले को आईसीजे ले जाना, एक जटिल कानूनी समस्या है. अटार्नी जनरल इस पर काम कर रहे हैं और इसे आने वाले समय में अंतरराष्ट्रीय मंच पर ले भी जाया जा सकता है.
फैसल ने कहा कि पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय समुदाय के समक्ष कश्मीर मुद्दे को उठाने के लिए अपनी पुरजोर कोशिश कर रहा है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने जाधव और उनकी पत्नी के बीच एक मुलाकात की पेशकश पूरी तरह से मानवीय आधार पर की और जाधव को अपनी मां से मिलने देने के भारत के अनुरोध पर विचार किया जा रहा है.
पाकिस्तानी प्रवक्ता ने कहा कि भारत ने अनुरोध किया है कि जाधव की पत्नी के साथ मां को भी मिलने की इजाजत दी जाए. फिलहाल भारतीय की इस अपील पर विचार किया जा रहा है. फैसल ने पाकिस्तानियों को मेडिकल वीजा चुनिंदा तरीके से जारी करने की भारतीय नीति को भी अफसोसजनक बताया.
उन्होंने कहा कि यह भारत का सहानुभूति वाला रुख नहीं, बल्कि रणनीति के तहत सोच समझ कर अपनाया जाने वाला रुख है, जिसमें राजनीतिक फायदा उठाने के लिए लोगों को चुना जाता है.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने बार-बार इस बात का जिक्र किया है कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान, जमातुल अहरार, आईएसआईएस और अन्य आतंकी संगठनों का अफगानिस्तान में पनाहगाह है. ये आतंकी संगठन पाकिस्तान में आतंकी हमलों में शामिल हैं.
फैसल ने कहा कि तालिबान प्रमुख मुल्ला फजलुल्ला अफगानिस्तान में छिपा हुआ है. वह पेशावर आर्मी पब्लिक स्कूल पर हमले का सरगना है. उन्होंने आरोप लगाया कि भारत की गुप्तचर एजेंसी ‘रॉ ’ पाकिस्तान के खिलाफ अफगानिस्तान की सरजमीं का इस्तेमाल कर रही है.