अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को चेताया लेकिन पाकिस्तान पर इसका असर पड़ता नजर नहीं आ रहा है. पाक ने एक बार फिर से कश्मीर का राग अलापते हुए कहा है कि बिना कश्मीर मुद्दे को शामिल किए भारत से कोई बातचीत नहीं हो सकती. पाकिस्तान के विदेश मंत्री सरताज अजीज ने कैरी के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही.
सब आतंकी संगठनों से लड़े पाकिस्तान
अपने पाकिस्तान दौरे पर केरी ने कहा कि पाकिस्तान को सभी आतंकी संगठनों से समान भाव से निपटना होगा. उन्होंने कहा, 'पाकिस्तानी और अफगान तालिबान, हक्कानी नेटवर्क, लश्कर-ए-तैयबा और दूसरे समूह लगातार पाकिस्तान, उसके पड़ोसियों और अमेरिका के लिए खतरा पैदा कर रहे हैं. हम सबकी यह जिम्मेदारी है कि इन समूहों की पकड़ न बनने पाए और पाकिस्तान की स्मृतियों से इन्हें हमेशा के लिए मिटा दिया जाए.' उन्होंने कहा, 'जाहिर है कि यह काम अभी पूरा होने से बहुत दूर है.'
भारत के 'वायब्रेंट गुजरात' कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद पाकिस्तान पहुंचे केरी ने भारत और पाकिस्तान के अच्छे संबंधों की वकालत की. उन्होंने कहा कि वह भारत-पाक सीमा पर हाल ही में हुई हिंसा से खासे चिंतित हैं और दोनों से कूटनीतिक समाधान के लिए आमंत्रित करते हैं.
उन्होंने कहा, 'रिश्तों को आगे ले जाना भारत और पाकिस्तान दोनों के हित में है. दोनों देशों को ऐतिहासिक अविश्वास से उबरने और फिर से गंभीर संवाद करने की जरूरत है.'
पाकिस्तान ने 7 आतंकियों को दी फांसीपेशावर में तालिबानियों द्वारा 134 स्कूली बच्चों की जघन्य हत्या के बाद सरकार ने मौत की सजा पर लगी रोक हटाने का फैसला किया था. इन आतंकियों को मौत की सजा उस वक्त दी गई जब अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन कैरी पाकिस्तान का दौरा करने वाले हैं. उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान की लड़ाई में साथ देने का वचन दिया है. इसके लिए अमेरिका वहां सुरक्षा बढ़ाएगा और उसे उनके बारे में खुफिया जानकारी देगा.